पाकिस्तानी क्रिकेटर रेप के आरोप में इंग्लैंड में गिरफ़्तार
पाकिस्तानी क्रिकेटर हैदर अली, जिन्होंने 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था, को 4 अगस्त, 2025 को मैनचेस्टर, इंग्लैंड में रेप के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यह घटना उस समय हुई जब वह पाकिस्तान शाहीन्स के साथ इंग्लैंड दौरे पर थे, जो 17 जुलाई से 6 अगस्त, 2025 तक चला। इस दौरे में हैदर ने छह मैचों में हिस्सा लिया और 159 रन बनाए।
ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने पुष्टि की कि एक 24 वर्षीय व्यक्ति को 4 अगस्त, 2025 को रेप के संदेह में गिरफ्तार किया गया। कथित घटना 23 जुलाई, 2025 को हुई थी, और शिकायत एक यूके-आधारित पाकिस्तानी मूल की महिला ने दर्ज की थी। पुलिस ने गिरफ्तार व्यक्ति का पासपोर्ट जब्त कर लिया है और उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया है, जबकि जांच जारी है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि हैदर को बेकनहम ग्राउंड पर एक मैच के दौरान गिरफ्तार किया गया था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है क्योंकि गिरफ्तारी की तारीख 4 अगस्त है, जबकि दौरे का अंतिम मैच 3 अगस्त को था। संभवतः वह दौरे के दौरान मैनचेस्टर में थे जब गिरफ्तारी हुई।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने तत्काल प्रभाव से हैदर अली को निलंबित कर दिया है। बोर्ड ने एक बयान में कहा, “हैदर अली को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है, और पीसीबी कानूनी अधिकारियों के साथ पूर्ण सहयोग कर रहा है।” पीसीबी ने यह भी पुष्टि की कि वह हैदर को उचित कानूनी सहायता प्रदान कर रहा है। बोर्ड ने कहा कि वह कानूनी कार्यवाही के परिणाम के आधार पर अपनी आचार संहिता के तहत आगे की कार्रवाई करेगा।
हैदर अली ने 2020 में पाकिस्तान के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। तब से उन्होंने दो वनडे और 35 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। वह सीमित ओवरों के प्रारूप में पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं। हाल के दौरे में, उन्होंने पाकिस्तान शाहीन्स के लिए छह मैचों में 159 रन बनाए। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब हैदर अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। 2021 में, उन्हें पाकिस्तान सुपर लीग में कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने के लिए निलंबित किया गया था, जिसके कारण उन्हें इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज के दौरे से हटा दिया गया था।
हैदर अली की गिरफ्तारी ने पाकिस्तानी क्रिकेट समुदाय में सदमा पैदा कर दिया है। प्रशंसकों और विश्लेषकों ने सोशल मीडिया पर अपनी निराशा और आश्चर्य व्यक्त किया है। कुछ ने इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी है, जबकि अन्य ने पीसीबी से पारदर्शी जांच की मांग की है। पीसीबी ने सभी से गोपनीयता का सम्मान करने और कानूनी प्रक्रिया को बिना किसी अटकलबाजी के आगे बढ़ने देने का आग्रह किया है।