शोपियां मुठभेड़ में तीन आतंकवादी ढेर, ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ाई गई निगरानी
जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया है। सूत्रों के अनुसार, इलाके में एक और आतंकवादी की मौजूदगी की आशंका जताई जा रही है, जिसकी तलाश जारी है।
यह मुठभेड़ पहले कुलगाम में शुरू हुई थी, लेकिन आतंकियों के भागने के बाद यह शोपियां के घने जंगल क्षेत्र तक फैल गई। सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने गुप्त खुफिया सूचना के आधार पर आतंकवादियों की घेराबंदी की और दो घंटे तक चली कार्रवाई में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया।
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब हाल ही में भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। यह कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के बाद की गई, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की नृशंस हत्या कर दी गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक नया मानक स्थापित किया है। अब भारत हर हमले का जवाब अपने तरीके से देगा — निर्णायक और सटीक।”
प्रधानमंत्री ने तीन मुख्य संदेश दिए:
-
भारत पर आतंकवादी हमला होगा तो जवाब ज़रूर मिलेगा, और वह भी भारत की शर्तों पर।
-
परमाणु ब्लैकमेलिंग अब बर्दाश्त नहीं होगी। भारत आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाएगा, चाहे वे कहीं भी हों।
-
जो सरकारें आतंकवाद को शह देती हैं और जो लोग इसके पीछे मास्टरमाइंड हैं, दोनों को एक जैसा ही माना जाएगा।
प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान की सेना खुले तौर पर आतंकवादियों का समर्थन कर रही है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जब मारे गए आतंकियों को पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों द्वारा सलामी दी गई, तो यह दुनिया के सामने पाकिस्तान के राज्य प्रायोजित आतंकवाद का स्पष्ट प्रमाण बन गया।
इससे पहले 7 मई को भारत ने पाकिस्तान और PoK में आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। इन हमलों में केवल आतंकी ढांचों को निशाना बनाया गया। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने नागरिक इलाकों में गोले बरसाए और ड्रोन तथा मिसाइल हमलों की झड़ी लगा दी। भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने अधिकांश हमलों को सफलतापूर्वक रोक दिया।
10 मई को संघर्षविराम की घोषणा की गई, लेकिन भारतीय सेना का कहना है कि पाकिस्तान की हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है और भविष्य में किसी भी प्रकार की दुस्साहसी हरकत का कड़ा जवाब दिया जाएगा।