“मुख्यमंत्री की कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस: अवैध गतिविधियों पर सख्ती”
कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस का समापन हो गया है, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अवैध शराब, जुआ-सट्टा और नशाखोरी पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की हिदायत दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गो-तस्करी और नशाखोरी राज्य की बड़ी समस्याएं हैं, और भू-माफिया पर भी सख्ती जरूरी है। उन्होंने रायपुर में भू-माफिया द्वारा शासकीय और आम नागरिकों की जमीन पर कब्जे की शिकायतों पर गंभीर चिंता जताई और राजधानी पुलिस को संगठित अपराधों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कांफ्रेंस में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, राज्य के संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
रायपुर में कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस का दूसरा और अंतिम दिन सर्किट हाउस में था, जहां पहले दिन कलेक्टर कांफ्रेंस हुई थी। इस कांफ्रेंस के अंतिम सत्र में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अपराधों की रोकथाम के लिए बेसिक पुलिसिंग और कानून व्यवस्था पर लंबी समीक्षा के बाद महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कलेक्टर-एसपी कांफ्रेंस में सार्थक चर्चा हुई है, जिसका रिजल्ट दिखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और पुलिस की कार्यप्रणाली में बदलाव लाने की हिदायत दी। उन्होंने प्रदेश के सभी पुलिस रेंज की कार्यप्रणाली की समीक्षा की और हर रेंज की कमजोरी और अच्छे कार्य पर अपनी बात रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों के मन में कानून का भय होना चाहिए, पीड़ितों को त्वरित न्याय मिलना चाहिए, और आम नागरिकों को पुलिस के व्यवहार में विश्वास कायम रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने दंड संहिता को बदलकर न्याय संहिता कर दिया है, जिसका जमीनी क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हुए पुलिस को नए कानूनों के अनुरूप काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है और पिछले वर्षों की तुलना में अपराध की संख्या में कमी आई है। उन्होंने राज्य में नए सिरे से सोशल पुलिसिंग को बढ़ावा देने की जरूरत बताई और कहा कि गो-तस्करी और नशाखोरी पर कड़ाई से नियंत्रण सुनिश्चित करते हुए ऐसे मामलों में एंड टू एंड कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने सरगुजा रेंज पुलिस के कार्यों की समीक्षा करते हुए सीतापुर हत्याकांड पर नाराजगी जताई और कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण सतत निगरानी जरूरी है। जशपुर जिले में मानव तस्करी के खिलाफ पुलिस के अच्छे काम की सराहना की और नशीले पदार्थों की तस्करी पर कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता जताई।
रायपुर में भू-माफिया पर नजर रखने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी की पुलिसिंग बेस्ट होनी चाहिए। उन्होंने रायपुर में रात के समय गश्त और नशीली दवाइयों की बिक्री पर कार्रवाई को महत्वपूर्ण बताया। सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या पर चिंता जताते हुए उन्होंने यातायात नियमों का पालन करने की अपील की और पुलिसिंग को और अधिक विश्वसनीय, पारदर्शी और उत्तरदायी बनाने के उपायों पर चर्चा की।