ब्लैकआउट में क्या करें एवं क्या न करें
देशभर में 7 मई 2025 को “ऑपरेशन अभ्यास” के तहत ब्लैकआउट मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। यह अभ्यास युद्ध जैसी परिस्थितियों में नागरिकों और सुरक्षा बलों की तैयारी परखने के लिए किया जा रहा है। ब्लैकआउट का उद्देश्य संवेदनशील क्षेत्रों को पूरी तरह अंधेरे में रखना है ताकि किसी भी दुश्मन को हमले में मदद न मिल सके और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस ड्रिल के दौरान पूरी सतर्कता और सहयोग दिखाएं।
सभी नागरिकों के लिए क्या करना जरूरी है:
✅ अपने घर, वाहन और बाहर की सभी लाइटें बंद रखें।
✅ खिड़कियों और दरवाजों को ब्लैकआउट पर्दों या मोटे कपड़ों से ढकें।
✅ घर के भीतर सुरक्षित जगह (जैसे बेसमेंट या मजबूत कमरा) में रहें।
✅ सिर्फ सरकारी या आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी लें, अफवाहों पर ध्यान न दें।
✅ आवश्यक वस्तुएं तैयार रखें — पीने का पानी, सूखा भोजन, टॉर्च, बैटरियां, प्राथमिक चिकित्सा सामग्री और जरूरी दस्तावेज।
✅ शांत रहें और अनावश्यक गतिविधियों से बचें।
✅ बच्चों, बुजुर्गों और विकलांग लोगों की मदद करें।
✅ नजदीकी शरण स्थलों (बम शेल्टर, मजबूत इमारतें) की जानकारी पहले से रखें।
क्या न करें:
❌ मोबाइल टॉर्च या बैटरी का उपयोग केवल आवश्यकता होने पर करें।
❌ खिड़कियां और दरवाजे खुले न छोड़ें, रोशनी बाहर जा सकती है।
❌ फ्लैश के साथ फोटो या वीडियो न लें, इससे आपकी लोकेशन उजागर हो सकती है।
❌ अफवाहें न फैलाएं और न ही असत्यापित जानकारी साझा करें।
❌ चेतावनियों या सायरन की अनदेखी न करें, तुरंत प्रतिक्रिया दें।
महत्वपूर्ण बात:
-
यह अभ्यास सिर्फ मॉक ड्रिल (पूर्वाभ्यास) है; बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी।
-
स्ट्रीट लाइट्स स्वतः बंद होंगी और ड्रिल समाप्त होते ही चालू हो जाएंगी।
एयर रेड सायरन कैसे पहचानें:
🔊 30 सेकंड से 3 मिनट तक ऊँची-नीची आवाज का सायरन हमला आस-पास होने की चेतावनी देता है।
🔊 जब एक सीधी आवाज वाला सायरन बजे, तब खतरा समाप्त माना जाता है।
सरकार सभी नागरिकों से अपील करती है कि वे इस राष्ट्रीय सुरक्षा अभ्यास को गंभीरता से लें, सतर्क रहें और निर्देशों का सख्ती से पालन करें। आपकी जागरूकता और अनुशासन देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।