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छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन हेतु रासायनिक व नैनो उर्वरक की पर्याप्त आपूर्ति

रायपुर, 29 अगस्त 2025। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर प्रदेश के किसानों को खरीफ सीजन में रासायनिक उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। डीएपी खाद की आपूर्ति में कमी को देखते हुए किसानों को नैनो उर्वरक के उपयोग के लिए भी जागरूक किया जा रहा है।

भारत सरकार द्वारा चालू खरीफ सीजन के लिए 14.62 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके विरुद्ध सहकारी और निजी क्षेत्रों में 15.64 लाख मीट्रिक टन का भंडारण कर लिया गया है। अब तक 13.19 लाख मीट्रिक टन उर्वरक किसानों को वितरित किए जा चुके हैं। यूरिया की भी पर्याप्त उपलब्धता है।

प्रदेश में 25 अगस्त तक कुल 7.02 लाख मीट्रिक टन खाद का भंडारण किया गया, जिसमें से 6.38 लाख मीट्रिक टन यूरिया किसानों को वितरित किया गया। पिछले खरीफ सीजन 2024 में यह आंकड़ा 6.17 लाख मीट्रिक टन था।

नैनो उर्वरक के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है। सहकारी और निजी क्षेत्रों में 2.91 लाख बॉटल (500 मि.ली.) नैनो यूरिया और 2.38 लाख बॉटल नैनो डीएपी का भंडारण किया गया, जिसमें से क्रमशः 2.32 लाख और 1.85 लाख बॉटल किसानों को वितरित की जा चुकी हैं। इससे 2,617 मीट्रिक टन परंपरागत यूरिया और 4,628 मीट्रिक टन परंपरागत डीएपी की आपूर्ति के बराबर प्रभाव प्राप्त हुआ।

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कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, नैनो यूरिया से 80-90% तक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं, लागत में कमी आती है और यह पर्यावरण के अनुकूल है। धान की एक एकड़ फसल में 50 किलो ठोस डीएपी के स्थान पर 25 किलो ठोस डीएपी और आधा लीटर नैनो डीएपी पर्याप्त है।

कृषि विभाग चौपालों, संकल्प अभियान, पंपलेट और पोस्टरों के माध्यम से किसानों को लगातार नैनो उर्वरक के लाभ बताकर उपयोग के लिए प्रेरित कर रहा है। किसानों में उत्साहपूर्वक इसका उपयोग देखने को मिल रहा है।