आतंकवादी हमले के बाद पर्यटकों का भरोसा जीतने की कोशिश, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला मंत्रिमंडल के साथ पहलगाम और गुलमर्ग में करेंगे बैठक
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पर्यटकों में पैदा हुई आशंका को दूर करने और राज्य में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक अहम कदम उठाया है। मुख्यमंत्री और उनकी पूरी कैबिनेट राजधानी श्रीनगर से बाहर निकलकर दो प्रमुख पर्यटन स्थलों — पहलगाम और गुलमर्ग — में दो दिवसीय बैठकें करेंगे।
मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक श्रीनगर स्थित सिविल सचिवालय में नहीं, बल्कि पहलगाम के एक रिसॉर्ट में होगी। यह वही इलाका है जहां एक महीने पहले आतंकी हमले में 25 पर्यटक और एक स्थानीय नागरिक मारे गए थे। इस कदम का मकसद न केवल घटनास्थल से सीधे जानकारी जुटाना है, बल्कि स्थानीय लोगों और पर्यटकों को यह संदेश देना भी है कि सरकार उनके साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी ने The Indian Express से बातचीत में कहा, “अगर हम खुद इन जगहों पर नहीं जाएंगे, तो और कौन जाएगा? हमारा उद्देश्य है कि हम जमीनी हकीकत को समझें और मौजूदा हालात में लोगों का भरोसा बहाल करें।”
इस बैठक की अध्यक्षता खुद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला करेंगे, जबकि मुख्य सचिव अतल डुल्लू और वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहेंगे। इसके अतिरिक्त, सरकार पर्यटन क्षेत्र के हितधारकों से भी संवाद करेगी ताकि उनके सुझावों को भी सुना जा सके।
बुधवार को इसी प्रकार की एक और बैठक गुलमर्ग में आयोजित की जाएगी, जहां कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक वी. के. बर्डी के भी शामिल होने की संभावना है।
सरकार के इस कदम को पर्यटन को पुनर्जीवित करने और सुरक्षा के प्रति विश्वास बहाल करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है।