कला गुरु वेदमणि सिंह ठाकुर की विरासत को सहेजने की ऐतिहासिक पहल
रायगढ़ 23 जून 2025/ संगीत शिरोमणि, कला गुरु वेदमणि सिंह ठाकुर ‘बेदम’ की संगीत, कला एवं साहित्य साधना को सम्मानित करते हुए रायगढ़ के यशस्वी विधायक एवं प्रदेश के वित्त मंत्री, माननीय श्री ओ. पी. चौधरी ने उनकी गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को सहेजने, संरक्षित एवं संवर्धित करने के लिए “प्रमुख प्रोजेक्ट” स्थापित करने का संकल्प लिया है। यह निर्णय रायगढ़ ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक माना जा रहा है।
कला, संगीत एवं साहित्य जगत के सभी वर्गों ने श्री चौधरी के इस दूरदर्शी निर्णय की मुक्त कंठ से सराहना की है। इसे एक साधक कलाकार की जीवन तपस्या को स्थायित्व प्रदान करने वाला कार्य बताया गया है।
वेदमणि ठाकुर के भ्राता डी. एस. ठाकुर सहित उनके वरिष्ठ शिष्य तथा संगीत साधकों — जगदीश मेहर, संगीताचार्य मनहरण सिंह ठाकुर, कला समीक्षक गणेश कछवाहा, चक्रधर कला एवं संगीत महाविद्यालय के निर्देशक देवलाल देवांगन, प्राचार्या चन्द्रा देवांगन, कथक नृत्य गुरु शरद वैष्णव, प्राचार्य लीलाधर वैष्णव, डॉ. आशीष देवांगन, लोक कलाकार हुतेंद्र ईश्वर शर्मा, हास्य कलाकार तरुण बघेल, कथक गुरु सुनील वैष्णव, अंतर्राष्ट्रीय नृत्यांगना वासंती वैष्णव, साहित्यकार श्याम नारायण श्रीवास्तव, बसंत राघव साव, वरिष्ठ अधिवक्ता वासुदेव शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता उमा शंकर पटेल सहित पूरे अंचल के प्रबुद्ध नागरिकों ने इस निर्णय का स्वागत किया है।
चक्रधर कला एवं संगीत महाविद्यालय के निर्देशक देवलाल देवांगन ने कहा, “यह एक कलाकार की तपस्या, निष्ठा और साधना को संरक्षित रखने की दिशा में ऐतिहासिक पहल है। इससे नई पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ेगी और उन्हें मार्गदर्शन मिलेगा।”
यह प्रोजेक्ट न केवल वेदमणि सिंह ठाकुर के योगदान को स्थायी स्मारक के रूप में प्रतिष्ठित करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगा।