संत कबीर ने अपने उपदेशों से समाज को नई राह दिखाई : मुख्यमंत्री साय
रायपुर, 7 जून 2025 / मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज अभनपुर विकासखंड के सोनपैरी गांव में आयोजित कबीर जयंती महोत्सव एवं गौ ग्राम जन जागरण यात्रा के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को कबीर जयंती की शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने गुरुकुल भवन के लिए 20 लाख रुपये, प्रदेश में गौशाला का नाम ‘गौधाम’ करने तथा सोनपैरी स्कूल में बाउंड्री वाल निर्माण की घोषणाएँ कीं। साथ ही सामुदायिक भवन निर्माण, भुताही पारा से आश्रम तक नाली निर्माण एवं सोनपैरी से खिलोरा मुख्य मार्ग से आश्रम तक सीसी रोड निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की भूमि धन्य है, जहाँ कबीर साहेब जी की वाणी का गहरा प्रभाव रहा है। संत कबीर ने सदैव जीव दया और जनजागरण का संदेश दिया। प्रदेश के संस्कारों के निर्माण में कबीरपंथ के अनुयायियों सहित उन सभी का योगदान रहा है जिनके जीवन में कबीर वाणी का प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि कबीर जी ने अपने दोहों से समाज को सत्पथ दिखाया और बताया कि जीवन अमूल्य है, इसका सदुपयोग किया जाना चाहिए।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री साय ने संत कबीर के मानवतावादी विचारों को आज भी प्रासंगिक बताते हुए गौसेवा और सामाजिक एकता पर बल दिया। उन्होंने गौ ग्राम जनजागरण रैली में भाग लेने वाली गौशालाओं के प्रतिनिधियों को शुभकामनाएँ दीं और बताया कि गौ-अभयारण्य की स्थापना के लिए भूमि चिन्हित की जा रही है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश में चावल, स्टील, सीमेंट, एल्युमिनियम, बिजली और कोयला आपूर्ति के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है। उन्होंने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में राज्य आने वाले वर्षों में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा।
कैबिनेट मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि कबीर, तुलसी जैसे संतों ने समाज को नई दिशा दी। आर्थिक प्रगति के साथ-साथ समाज को मूल्य और मार्गदर्शन संत परंपरा से ही प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि कबीर के विचार आज के भौतिकवादी युग में भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
कबीरपंथी जगतगुरु असंग देव ने कबीर वाणी के महत्व पर प्रकाश डाला। समारोह में केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू, गोसेवा आयोग अध्यक्ष बिसेसर पटेल, अभनपुर विधायक इंद्रकुमार साहू, विधायक किरण देव सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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