श्रीनाथद्वारा में हिंदी दिवस समारोह: देशभर के साहित्यकार हुए एकत्रित
श्रीनाथद्वारा/ राजस्थान के श्रीनाथद्वारा में आदरणीय भगवती प्रसाद देवपुरा जी द्वारा सन् 1937 से आरंभ किए गए और श्याम देवपुरा के संचालन में निरंतर आयोजित होने वाले हिंदी दिवस समारोह का आयोजन इस वर्ष भी 13 व 14 जनवरी 2025 को गरिमामय और धूमधामपूर्वक किया गया।
दो दिवसीय इस समारोह में देशभर से अनेक साहित्यकार, कवि, लेखक, पत्रकार और संपादक एकत्र हुए। प्रथम दिवस के द्वितीय सत्र की विशिष्ट अतिथि डॉ. शुभदा पांडेय ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि “हिंदी हमें स्थापित, सत्यापित और सानंदित करने की भाषा है। इसके लिए हर व्यक्ति को आगे आना होगा, यह उसका दायित्व और राष्ट्रबोध है।”
इस अवसर पर मंच पर वर्धा हिंदी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर गिरीश्वर मिश्र, दिल्ली से डॉ. राजेंद्र मिश्र, उदयपुर से श्रीकृष्ण जुगनूँ, मधुमती पत्रिका के संपादक, चंडीगढ़ से वरिष्ठ साहित्यकार अमर सिंह बधान, दिल्ली से डॉ. राहुल, लखनऊ से डॉ. अखिलेश निगम, फरीदाबाद से सरोज, चेन्नई से तीन लेखिकाएँ, आगरा से शरद गुप्ता और विजय गोयल, झाँसी से श्रीवास्तव, वृंदावन से शास्त्रीय नृत्यांगना बृषभाननंदिनी झा सहित असम, बंगाल, गुजरात, झारखंड आदि राज्यों से आए प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
समारोह में विचार-विमर्श के साथ-साथ हिंदी भाषा और साहित्य के संवर्धन की दिशा में सार्थक पहल पर बल दिया गया।