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छत्तीसगढ़ में हस्तशिल्प विकास को नई दिशा देगा शिल्प विकास बोर्ड: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर, 03 मई 2025/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड की नवनियुक्त अध्यक्ष शालिनी राजपूत के पदभार ग्रहण समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हस्तशिल्प विकास की अपार संभावनाएं हैं। यहां की कलाकृतियों की मांग विदेशों तक है। छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने और हस्तशिल्पियों को उनके हुनर की उचित कीमत दिलाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने हस्तशिल्पियों को औजार उपकरण योजना के अंतर्गत पाँच-पाँच हजार रुपये की अनुदान राशि का वितरण भी किया।

मुख्यमंत्री ने शालिनी राजपूत को पदभार ग्रहण करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि उनके नेतृत्व में हस्तशिल्प विकास बोर्ड शिल्पकारों की बेहतरी के लिए कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर क्षेत्र में हस्तशिल्पी उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सुशासन तिहार के दौरान कोंडागांव के शिल्पग्राम और रायगढ़ के एकताल में शिल्पकारों द्वारा बनाई गई धातु एवं लकड़ी की कलाकृतियों का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्हें आज के कार्यक्रम में जो टोपी भेंट की गई, वह छिंद और कांसा से बनी हुई थी। उन्होंने जशपुर के कोटामपानी गाँव में निर्मित छिंद और कांसा की सुंदर कलाकृतियों की भी सराहना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिल्पकारों को अधिक से अधिक प्रशिक्षण की आवश्यकता है। चूंकि हस्तशिल्प का कार्य अधिकांशतः ग्रामीण क्षेत्रों में होता है, अतः इसके माध्यम से बड़े पैमाने पर ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि शिल्पकारों को प्रशिक्षण के साथ-साथ लोन-सब्सिडी दिलाकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जाना चाहिए।

उन्होंने विशेष रूप से कोंडागांव की डोकरा कला का उल्लेख करते हुए कहा कि इसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर माँग है, और सरकार का प्रयास है कि शिल्पकारों को सीधे बाजार से जोड़ा जाए ताकि उन्हें उनकी कला का समुचित मूल्य मिल सके और बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यह भी कहा कि यह गौरव की बात है कि छत्तीसगढ़ के गढ़बेंगाल निवासी पंडी राम मांझी को पद्मश्री सम्मान से नवाज़ा गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कला देश की शान है और इसे वैश्विक पहचान मिलनी चाहिए।

विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के कलाकारों के हाथों में चमत्कार है। मिट्टी के खिलौनों से लेकर बेल मेटल, कसीदाकारी, गोदना और टेराकोटा तक की कलाओं में प्रदेश के शिल्पकार उत्कृष्ट उत्पाद तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्पियों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों में भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए और बड़े स्तर पर उत्पादन के लिए डिज़ाइनरों की भूमिका भी जोड़ी जानी चाहिए।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद कमलेश जांगड़े, विधायक धरमलाल कौशिक, सुनील सोनी, आशाराम नेताम, गजेंद्र यादव, विभिन्न निगम-मंडल-आयोगों के अध्यक्षगण, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के प्रबंध संचालक जेपी मौर्य सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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