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छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय राजमार्गों पर ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान से हरियाली का नया कीर्तिमान

रायपुर, 19 सितम्बर 2025/ भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) देश में आधुनिक सड़क तंत्र का विस्तार करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और हरियाली बढ़ाने की दिशा में भी ऐतिहासिक पहल कर रहा है। ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान के तहत इस वर्ष छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे और डिवाइडर्स पर अब तक दो लाख 71 हजार 253 पौधे लगाए गए हैं। यह उपलब्धि राज्य को ग्रीन कॉरिडोर की दिशा में तेजी से अग्रसर कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में चल रहा यह अभियान छत्तीसगढ़ में स्वच्छता, हरियाली और पर्यावरणीय संतुलन की दिशा में नई राह खोल रहा है। उन्होंने कहा,
“राष्ट्रीय राजमार्गों पर पौधरोपण यह प्रमाण है कि सड़क निर्माण केवल विकास की आधारशिला नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ वायु और हरित जीवन का संकल्प भी है।”

परियोजनाओं में हरियाली का विस्तार

  • रायपुर–विशाखापट्टनम (NH-130CD) मार्ग पर सर्वाधिक 97,145 पौधे लगाए गए।

  • महाराष्ट्र सीमा–दुर्ग–रायपुर–ओडिशा सीमा (NH-53) पर 46,141 पौधे

  • चांपा–कोरबा–कटघोरा (NH-149B) पर 23,020 पौधे

  • बिलासपुर–कटघोरा (NH-130) मार्ग पर 16,847 पौधे

  • बिलासपुर–उरगा–पत्थलगांव (NH-130A) मार्ग पर 14,400 पौधे

  • सिमगा–रायपुर–धमतरी (NH-30) मार्ग पर 5,406 पौधे

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इनके अतिरिक्त, पिछले वर्षों में क्षतिग्रस्त पौधों को बदलने के लिए 68,297 स्थानों पर रिप्लांटेशन भी किया गया है।

ग्रीन कॉरिडोर की ओर कदम

राष्ट्रीय राजमार्गों के डिवाइडर्स पर मीडियन प्लांटेशन और किनारों पर एवेन्यू प्लांटेशन किया गया है। इसमें फलदार एवं छायादार वृक्षों की भी पर्याप्त संख्या शामिल है, जो आने वाले समय में यात्रियों को हरियाली की छांव और ताजी हवा प्रदान करेंगे।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, रायपुर के क्षेत्रीय अधिकारी श्री प्रदीप कुमार लाल ने बताया कि ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ केवल वृक्षारोपण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक निवेश है। उन्होंने कहा—
“हमारा उद्देश्य सिर्फ सड़कों का निर्माण करना नहीं, बल्कि एक स्वस्थ और सुंदर पर्यावरण का निर्माण करना भी है।”

नया कीर्तिमान

चालू वित्तीय वर्ष 2025–26 में 15 सितम्बर तक छत्तीसगढ़ में कुल 2,71,253 पौधे लगाए जा चुके हैं। यह लक्ष्य से अधिक है और राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अग्रणी बना रहा है।

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राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे हरियाली का यह अभियान न केवल पर्यावरणीय संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यात्री सुरक्षा, प्रदूषण नियंत्रण और सड़क सौंदर्यीकरण की दिशा में भी मील का पत्थर साबित हो रहा है।