सिविल सेवा में असफल लेकिन करियर में सफल: UPSC की नई पहल से मिल रहा रोजगार
सिविल सेवा परीक्षा जैसे देश के सबसे कठिन माने जाने वाले परीक्षा में कई बार असफल होकर 32 वर्षीय अरुण के. जब अपनी पेशेवर जिंदगी की शुरुआत एक स्कूल में क्लर्क की नौकरी से करनी पड़ी, तो यह उनके लिए एक कठिन मोड़ था। लेकिन इसी मोड़ पर उन्हें एक ऐसे फोन कॉल ने नई राह दिखाई, जिसकी उम्मीद उन्होंने लगभग छोड़ दी थी।
दिल्ली की एक कॉरपोरेट कंपनी से आए कॉल में उन्हें उनकी UPSC परीक्षा में शानदार प्रदर्शन के आधार पर एक बेहतर पद और आकर्षक वेतन के साथ नौकरी का प्रस्ताव दिया गया। यह संभव हुआ UPSC के ‘Public Disclosure Scheme’, जिसे अब ‘प्रतिभा सेतु’ नाम से जाना जाता है, की बदौलत।
क्या है प्रतिभा सेतु?
UPSC द्वारा शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य उन उम्मीदवारों को अवसर देना है जो लिखित परीक्षा में तो उत्तीर्ण हो जाते हैं लेकिन अंतिम साक्षात्कार में चयनित नहीं हो पाते। हर साल UPSC लगभग 6,400 उम्मीदवारों की नियुक्ति करता है, लेकिन इनके अलावा करीब 26,000 उम्मीदवार ऐसे होते हैं जो लिखित परीक्षा में अपनी योग्यता सिद्ध कर चुके होते हैं, पर चयन सूची में नहीं आ पाते।
इनमें से कई उम्मीदवारों ने सालों तैयारी में लगाए होते हैं, जैसे कि अरुण, जिनका प्रतिशतक (percentile) परीक्षा में 97 से ऊपर था। मगर उम्र और अनुभव की कमी के चलते उन्हें अन्य नौकरियों में मुश्किलें आईं।
अब इस योजना के तहत, UPSC ने एक डिजिटल पोर्टल लॉन्च किया है जहां योग्य, लेकिन साक्षात्कार में चयनित नहीं हो पाए उम्मीदवारों की जानकारी निजी और सार्वजनिक संस्थानों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है। कंपनियां इन उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता, संपर्क विवरण, विषयवार योग्यता आदि देख सकती हैं और भर्ती प्रक्रिया शुरू कर सकती हैं।
निजी क्षेत्र की भागीदारी से बढ़ी उम्मीदें
हालांकि 2018 में शुरू हुई यह योजना पहले केवल सरकारी और सार्वजनिक उपक्रमों तक सीमित थी, लेकिन अब निजी कंपनियों को भी इसमें जोड़ा गया है। इससे पहले केवल कुछ सरकारी संस्थानों जैसे कैबिनेट सचिवालय, जल संसाधन मंत्रालय, UIDAI और दिल्ली जल बोर्ड ने सीमित संख्या में उम्मीदवारों की भर्ती की थी।
अब इस पोर्टल के माध्यम से कॉरपोरेट कंपनियां भी लॉगिन करके उम्मीदवारों की सूची तक पहुंच सकती हैं, जिससे योग्य प्रतिभा को उचित अवसर मिल रहा है।
UPSC यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी रहे। जिन कंपनियों ने पोर्टल पर लॉगिन किया है, उनसे नियमित संपर्क कर चयन की स्थिति जानी जाती है और उम्मीदवारों की नियुक्तियों का रिकॉर्ड लगभग रियल टाइम में अपडेट किया जा रहा है। कंपनियों के लिए पोर्टल पर नियुक्ति पत्र अपलोड करने की सुविधा भी दी गई है।
कौन-कौन सी परीक्षाएं शामिल हैं?
इस योजना में सिविल सेवा परीक्षा के अलावा UPSC द्वारा आयोजित कई अन्य परीक्षाओं के गैर-चयनित उम्मीदवारों की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई है — जैसे कि
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इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा
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भारतीय वन सेवा परीक्षा
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केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल परीक्षा
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संयुक्त भू-वैज्ञानिक परीक्षा
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चिकित्सा सेवा परीक्षा
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भारतीय आर्थिक/सांख्यिकीय सेवा परीक्षा
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NDA और CDS परीक्षाएं आदि।
एक UPSC अधिकारी ने बताया कि “इस पोर्टल पर दी गई जानकारी सिर्फ भर्ती के उद्देश्य के लिए है और इसका किसी अन्य उद्देश्य या सार्वजनिक प्रकटीकरण के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता।”
UPSC सचिव ने कई सरकारी विभागों को पत्र लिखकर यह अनुरोध भी किया है कि वे अपनी साझेदार निजी कंपनियों को इस पोर्टल के बारे में जानकारी दें, ताकि अधिक से अधिक योग्य उम्मीदवारों को लाभ मिल सके।
हालांकि यह योजना अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन अधिकारियों का मानना है कि निजी क्षेत्र के जुड़ने से इसका प्रभाव और प्रसार कहीं अधिक व्यापक होगा।