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छत्तीसगढ़ विधानसभा में उत्कृष्टता अलंकरण समारोह सम्पन्न: विधायकों और पत्रकारों को मिला सम्मान

उत्कृष्ट विधायक के रूप में श्रीमती भावना बोहरा और श्री लखेश्वर बघेल सम्मानित

उत्कृष्ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए डॉ. राकेश कुमार पाण्डेय, श्री योगेश मिश्रा और श्री विश्वप्रकाश पुरेना पुरस्कृत

रायपुर, 16 जुलाई 2025/ छत्तीसगढ़ विधानसभा परिसर में आज “उत्कृष्टता अलंकरण समारोह” गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

समारोह में वर्ष 2024 के लिए भावना वोहरा और लखेश्वर बघेल को उत्कृष्ट विधायक के रूप में सम्मानित किया गया। उत्कृष्ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए दैनिक भास्कर के विशेष संवाददाता डॉ. राकेश कुमार पाण्डेय, सुदर्शन न्यूज़ के राज्य ब्यूरो प्रमुख योगेश मिश्रा और कैमरामेन विश्वप्रकाश पुरेना को सम्मान प्रदान किया गया।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप, सांसद ज्योत्सना महंत, बृजमोहन अग्रवाल और विजय बघेल, विधानसभा अध्यक्ष की धर्मपत्नी वीणा सिंह, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय, मंत्रिपरिषद के सदस्य, विधायकगण, वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। समारोह के दौरान छठवीं विधानसभा के लिए निर्वाचित विधायकों के प्रबोधन कार्यक्रम पर आधारित पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।

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राज्यपाल रमेन डेका ने अपने संबोधन में कहा कि यह समारोह न केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों का सम्मान है, बल्कि संसदीय परंपराओं को और अधिक सशक्त करने का एक माध्यम भी है। उन्होंने सभी सम्मानित जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी ने विधानसभा की गतिविधियों को ईमानदारी, संवेदनशीलता और ज़िम्मेदारी के साथ जनता तक पहुँचाने का कार्य किया है, जो लोकतंत्र की पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा अपनी स्थापना के रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर चुकी है, जो आत्ममंथन और नए संकल्प का अवसर है। संसदीय लोकतंत्र की आत्मा को जीवंत बनाए रखने के लिए सभी जनप्रतिनिधियों को दलगत सीमाओं से ऊपर उठकर समन्वय और सहयोग की भावना के साथ कार्य करना चाहिए।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की विधानसभा एक जीवंत विधानसभा है, जहां 90 विधायक तीन करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि हर विधायक श्रेष्ठ है, लेकिन उनमें से दो का चयन सम्मान के लिए करना चुनौतीपूर्ण होता है। उन्होंने बताया कि इस बार 50 नए विधायक निर्वाचित हुए हैं और सदन में ‘छत्तीसगढ़िया स्वभाव’ के अनुरूप सद्भाव और सहयोग से गंभीर चर्चा की परंपरा कायम है।

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मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समारोह को लोकतंत्र का उत्सव बताते हुए कहा कि ‘उत्कृष्टता अलंकरण समारोह’ केवल सम्मान का अवसर नहीं, बल्कि प्रेरणा का क्षण है। उन्होंने कहा कि विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है और यहाँ जनहित के मुद्दों को उठाना विधायकों का धर्म है। उन्होंने संसदीय रिपोर्टिंग को सजगता और जिम्मेदारी से परिपूर्ण बताते हुए कहा कि पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मान देने की परंपरा छत्तीसगढ़ विधानसभा में निरंतर बनी हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही को देशभर में सराहा जा रहा है। सदस्यों की सक्रियता और मीडिया की सतत निगरानी ने राज्य को लोकतंत्र की दृष्टि से एक आदर्श के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ देश की पहली ऐसी विधानसभा है, जहां गर्भगृह में प्रवेश करते ही विधायक स्वमेव निलंबित हो जाते हैं। यह आत्म-अनुशासन की मिसाल है।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में मतभेद भले ही रहे हों, लेकिन मनभेद कभी नहीं रहा। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में पक्ष और विपक्ष के बीच बेहतर समन्वय बना है और सभी एकता व भाईचारे के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

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संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप ने समारोह में उपस्थित सभी अतिथियों और प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम की शुरुआत में विधानसभा के सचिव दिनेश शर्मा ने स्वागत भाषण दिया।

इस समारोह ने यह सिद्ध किया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा न केवल विधायी कार्यों में अग्रणी है, बल्कि संसदीय गरिमा, संवाद और संवेदनशीलता के क्षेत्र में भी एक आदर्श प्रस्तुत कर रही है।