अभिनव बिंद्रा के साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की ओलंपिक वैल्यू एजुकेशन, स्पोर्ट्स साइंस और इंजरी रिकवरी कार्यक्रमों पर चर्चा
रायपुर, 19 जुलाई 2025/ छत्तीसगढ़ की खेल प्रतिभाओं को नया आयाम देने और ओलंपिक स्तर की तैयारी के लिए राज्य सरकार द्वारा व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता शूटर अभिनव बिंद्रा ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उनके निवास कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान राज्य में ओलंपिक वैल्यू एजुकेशन, स्पोर्ट्स साइंस डेवलपमेंट और स्पोर्ट्स इंजरी रिकवरी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने अभिनव बिंद्रा का पुष्पगुच्छ और प्रतीक चिन्ह भेंट कर आत्मीय स्वागत किया तथा राज्य में खेल गतिविधियों के विकास एवं युवाओं को प्रोत्साहित करने पर गहन संवाद किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य की प्रतिभाओं को प्रारंभिक स्तर से ही प्रशिक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है, खासकर आदिवासी अंचलों में प्राकृतिक खेल कौशल रखने वाले युवाओं को।
अभिनव बिंद्रा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि वे अपने अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन के माध्यम से देश के कई राज्यों में खिलाड़ियों के लिए निःशुल्क उच्च स्तरीय प्रशिक्षण, पुनर्वास और तकनीकी सहायता प्रदान कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी वे इसी पहल को लागू करने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने बताया कि ओलंपिक वैल्यू एजुकेशन प्रोग्राम के अंतर्गत स्कूली बच्चों में उत्कृष्टता, सम्मान और मैत्री जैसे मूल्यों को विकसित किया जाएगा, जिससे शुरू से ही खेल संस्कृति का निर्माण किया जा सके। वहीं स्पोर्ट्स इंजरी रिकवरी कार्यक्रम के तहत खिलाड़ियों को निःशुल्क सर्जरी, पुनर्वास, और उपचारोपरांत देखभाल की संपूर्ण सुविधा मिलेगी। इसके लिए देश के 30 प्रतिष्ठित खेल चिकित्सकों का नेटवर्क पहले से ही सक्रिय है।
बिंद्रा ने यह भी बताया कि आधुनिक खेलों की सफलता अब विज्ञान और तकनीक पर आधारित हो गई है। इसलिए छत्तीसगढ़ में स्पोर्ट्स साइंस प्रोग्राम के माध्यम से खिलाड़ियों को वैज्ञानिक पद्धति से प्रशिक्षित किया जाएगा, जिसमें परफॉर्मेंस ट्रैकिंग, बायोमैकेनिक्स, पोषण और मनोवैज्ञानिक सहयोग शामिल रहेगा।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि रायपुर और जशपुर में एनटीपीसी के सहयोग से 60 करोड़ रुपये की लागत से आर्चरी अकादमी स्थापित की जा रही है, जिससे विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा समुदाय की तीरंदाजी प्रतिभा को दिशा दी जा सकेगी। उन्होंने यह भी बताया कि बस्तर ओलंपिक में इस वर्ष 1.65 लाख से अधिक खिलाड़ियों की भागीदारी रही।
राज्य सरकार ने ओलंपिक पदक विजेताओं के लिए प्रोत्साहन राशि की घोषणा की है—स्वर्ण पदक के लिए 3 करोड़ रुपये, रजत पदक के लिए 2 करोड़ रुपये और कांस्य पदक के लिए 1 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे।
इस अवसर पर खेल मंत्री टंकराम वर्मा, युवा आयोग अध्यक्ष विश्वविजय सिंह तोमर, खेल विभाग के सचिव यशवंत कुमार, संचालक तनुजा सलाम, डॉ. दिगपाल राणावत सहित अनेक अधिकारी और गणमान्यजन उपस्थित थे। यह बैठक राज्य के खेल क्षेत्र को वैश्विक मानकों तक पहुँचाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है।