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छत्तीसगढ़ में संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन शुरू, उपमुख्यमंत्री ने की आम जनता से सहयोग की अपील

छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में अवैध रूप से रह रहे संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान और उन पर कार्रवाई के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। गृह विभाग के निर्देश पर पुलिस प्रशासन ने टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-233-1905 जारी किया है, जिस पर राज्य का कोई भी नागरिक 24 घंटे और सप्ताह के सभी दिनों में जानकारी साझा कर सकता है।

इस हेल्पलाइन के माध्यम से आमजन अपने क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध व्यक्ति अथवा संदिग्ध गतिविधि की सूचना सीधे पुलिस तक पहुंचा सकेंगे। सूचना देने वालों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी, ताकि लोग बिना भय या झिझक के देशहित में योगदान दे सकें।

राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस पहल को “राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास” बताया है। उन्होंने कहा, “जब तक देशविरोधी ताकतों को जड़ से नहीं हटाया जाएगा, तब तक छत्तीसगढ़ में नागरिकों की सुरक्षा और शांति को पूरी तरह सुनिश्चित नहीं किया जा सकता।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार छत्तीसगढ़ को घुसपैठियों और अवैध गतिविधियों से मुक्त रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

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पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया है कि हेल्पलाइन पर आने वाली हर सूचना की गंभीरता से जांच हो और हर मामले में आवश्यक सतर्कता बरती जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि निर्दोष व्यक्ति किसी प्रकार की असुविधा या प्रताड़ना का शिकार न हों।

विजय शर्मा ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा, “यदि आपके आसपास कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आता है या उसकी गतिविधियों पर संदेह होता है, तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1800-233-1905 पर संपर्क करें। यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम अपने राज्य को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाएं।”

इसके अलावा आमजन में जागरूकता बढ़ाने के लिए राज्यभर में प्रचार-प्रसार अभियान भी चलाया जाएगा। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सभी सूचनाओं की सघनता से जांच की जाएगी और पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष रहेगी।

यह पहल न केवल राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि नागरिकों को देश की आंतरिक सुरक्षा में भागीदार भी बनाएगी।

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