छत्तीसगढ़ में मानसून दोबारा सक्रिय, अगले कुछ दिनों में भारी बारिश का अलर्ट
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक विशेषकर उत्तर छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में लगातार बारिश की संभावना जताई जा रही है। कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश भी हो सकती है, जबकि मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं।
बिजली और तेज हवाओं का भी अलर्ट
मंगलवार को मौसम विज्ञान विभाग ने प्रदेश के लगभग दो दर्जन जिलों में वर्षा, आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की। इनमें से छह जिलों—गरियाबंद, बलौदाबाजार, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सूरजपुर और बलरामपुर—में भारी वर्षा की आशंका व्यक्त की गई है। राजधानी रायपुर में भी आकाश में बादल छाए रहने और कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है। तापमान 30 डिग्री सेल्सियस अधिकतम और 25 डिग्री न्यूनतम के करीब रह सकता है।
25-26 जून को प्रदेशव्यापी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने आगामी 25 और 26 जून को पूरे छत्तीसगढ़ में व्यापक बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। विशेषकर बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और सरगुजा संभाग में भारी बारिश की संभावना अधिक है।
मानसून को बढ़ावा देने वाले सिस्टम सक्रिय
विभिन्न मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हो चुकी हैं। दक्षिणी उत्तर प्रदेश के ऊपर 5.8 किमी की ऊंचाई तक फैला एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो झारखंड और ओडिशा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैले हुए गर्त से जुड़ा है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी के ऊपर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात सक्रिय है, जिससे प्रदेश में व्यापक वर्षा का माहौल बना हुआ है।
अब तक की बारिश: जशपुर सबसे आगे, बेमेतरा सबसे पीछे
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, इस साल 1 जून से अब तक छत्तीसगढ़ में औसतन 75.3 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है।
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सबसे अधिक वर्षा जशपुर जिले में 217.1 मिमी रिकॉर्ड की गई है।
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सबसे कम बारिश बेमेतरा में मात्र 22.9 मिमी हुई है।
कुछ प्रमुख जिलों में अब तक हुई औसत वर्षा इस प्रकार है:
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सरगुजा – 79.8 मिमी
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बलरामपुर – 216.7 मिमी
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कोरिया – 136.1 मिमी
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रायगढ़ – 119.6 मिमी
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दंतेवाड़ा – 129.8 मिमी
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बीजापुर – 144.7 मिमी
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रायपुर – 43.5 मिमी
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कोरबा – 72.2 मिमी
कृषि और आपदा प्रबंधन की दृष्टि से सतर्कता जरूरी
वर्तमान स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने किसानों और आम नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है। भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में जलभराव और बिजली गिरने की घटनाओं से सतर्क रहने की सलाह दी गई है।