छत्तीसगढ़ दौरे पर आएंगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नक्सल विरोधी अभियानों की करेंगे समीक्षा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 22 जून से दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे, जहां वे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे और फॉरेंसिक साइंस से जुड़े दो अहम संस्थानों की आधारशिला रखेंगे। यह जानकारी राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने गुरुवार को मीडिया को दी।
पहले दिन की प्रमुख गतिविधियाँ (रविवार)
शाह अपने दौरे की शुरुआत नवा रायपुर अटल नगर से करेंगे, जहां वे नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) और एक राज्य स्तरीय फॉरेंसिक प्रयोगशाला का शिलान्यास करेंगे।
-
एनएफएसयू के लिए राज्य सरकार ने 40 एकड़ भूमि आवंटित की है।
-
इस परियोजना पर केंद्र सरकार करीब 400 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
-
राज्य प्रयोगशाला को NFSU परिसर के बगल में 6 से 7 एकड़ जमीन पर स्थापित किया जाएगा।
दूसरे दिन का कार्यक्रम (सोमवार)
गृह मंत्री बस्तर क्षेत्र में तैनात सुरक्षा बलों के एक कैंप का दौरा करेंगे। इसके बाद रायपुर में एक उच्च स्तरीय बैठक में चालू नक्सल विरोधी अभियानों की समीक्षा करेंगे।
इस बैठक में राज्य के आला पुलिस अधिकारी, केंद्रीय एजेंसियों के प्रतिनिधि और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे।
नक्सल विरोधी अभियानों में हालिया प्रगति
छत्तीसगढ़ में दिसंबर 2023 में बीजेपी सरकार बनने के बाद से नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज़ कर दिए गए हैं। जनवरी 2024 से अब तक सुरक्षा बलों द्वारा 400 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया गया है, जिनमें कई शीर्ष कमांडर भी शामिल हैं।
सबसे बड़ी सफलता मई 2025 में मिली, जब सीपीआई (माओवादी) के महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराज (70) को बस्तर में एक मुठभेड़ में ढेर किया गया।
शहीद अधिकारी के परिवार से भेंट
अमित शाह 9 जून को सुकमा जिले में आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकश राव गिरेपुंजे के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे। यह ब्लास्ट माओवादी द्वारा बिछाए गए प्रेशर आईईडी के कारण हुआ था।
नक्सलवाद खत्म करने का लक्ष्य मार्च 2026 तक
गृह मंत्री पहले भी कई बार यह स्पष्ट कर चुके हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार का लक्ष्य 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का पूरी तरह सफाया करना है।