मुख्यमंत्री ने मुंगेली जिला ग्रंथालय में किया नवनिर्मित कक्ष का उद्घाटन, छात्रों को दी प्रेरणादायक सीख
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को मुंगेली जिला ग्रंथालय में 29.90 लाख रुपये की लागत से बने अतिरिक्त कक्ष का विधिवत लोकार्पण किया। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, स्थानीय विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले और पूर्व सांसद श्री लखन साहू समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री के स्वागत में युवाओं ने तालियों की गूंज और पुष्पगुच्छों से उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री साय ने शिक्षा को जीवन की सबसे बड़ी पूंजी बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल नौकरी का माध्यम नहीं, बल्कि समग्र व्यक्तित्व विकास का आधार है। उन्होंने अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा करते हुए बताया कि एक समय अविभाजित रायगढ़ जिले में पढ़ाई के लिए संसाधन बहुत सीमित थे और नटवर स्कूल ही पढ़ाई का एकमात्र साधन था।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी। उन्होंने आदर्श विद्यार्थी के पांच लक्षणों — “काक चेष्टा, बको ध्यानं, श्वान निद्रा, अल्पाहारी, गृहत्यागी” — का उल्लेख करते हुए छात्रों को इन गुणों को अपनाने की प्रेरणा दी।
सोशल मीडिया के प्रभाव पर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने युवाओं को सलाह दी कि वे डिजिटल माध्यमों की अच्छी बातों को अपनाएं और नकारात्मकता से दूरी बनाए रखें।
इस अवसर पर राज्य और जिले में बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। तोप सिंह कुंभकार द्वारा मुख्यमंत्री का हस्तनिर्मित चित्र भी भेंट किया गया। वहीं छात्रों और जिला प्रशासन की ओर से श्री साय को भगवद्गीता और अन्य स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।
मुख्यमंत्री ने ‘प्रयास’ और ‘नालंदा परिसर’ जैसे शैक्षणिक नवाचारों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार हर जिले में आधुनिक ग्रंथालय स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रही है, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर अध्ययन वातावरण उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि ग्रंथालय केवल किताबों का घर नहीं, बल्कि सफल भविष्य की नींव रखने वाला स्थान है।
मुंगेली जिला ग्रंथालय प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है और इसमें 4780 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध हैं। यहां प्रतियोगी परीक्षाओं, साहित्य, इतिहास, धर्म और प्रेरक विषयों से संबंधित किताबें मौजूद हैं। साथ ही, विभिन्न समाचार पत्र और पत्रिकाएं भी नियमित रूप से विद्यार्थियों के अध्ययन हेतु उपलब्ध कराई जाती हैं।
वर्तमान में ग्रंथालय के 893 पंजीकृत सदस्य हैं और इसके संचालन में 6 अनुभवी कर्मचारी, 32 टेबल और 11 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जो सुरक्षा व सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करते हैं।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, बिलासपुर संभागायुक्त श्री सुनील जैन, पुलिस महानिरीक्षक श्री संजीव शुक्ला, कलेक्टर श्री कुंदन कुमार, एसपी श्री भोजराम पटेल सहित कई प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं और पुस्तकालय के कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।