छत्तीसगढ़ में नागरिक सुरक्षा को नई मजबूती: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अग्निशमन वाहनों को दी रवाना करने की हरी झंडी
रायपुर 17 अप्रैल/ छत्तीसगढ़ में नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को अधिक मजबूत व आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के माना कैंप स्थित नगर सेना प्रशिक्षण संस्थान से 18 नवीन अग्निशमन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने नवा रायपुर के सेक्टर-13 में निर्मित अग्निशमन केंद्र सह आवासीय परिसर और माना में बने नवीन सेनानी कार्यालय का लोकार्पण भी किया।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, विधायक श्री मोतीलाल साहू, अपर मुख्य सचिव गृह श्री मनोज कुमार पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक श्री अरुण देव गौतम सहित अनेक जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
तेजी से बदलती तकनीक के साथ अग्निशमन सेवाओं को नई धार
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस पहल को “जन सुरक्षा की दिशा में निर्णायक कदम” करार देते हुए कहा कि ये अत्याधुनिक अग्निशमन वाहन आपातकालीन हालात में अधिक तेज और प्रभावी सहायता उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा, “आग से सुरक्षा देना केवल सेवा नहीं, यह जीवन रक्षा का संकल्प है। हमारे अग्निशमन कर्मी इसी संकल्प को जीते हैं।”
फायर रेस्क्यू डेमो और अत्याधुनिक उपकरणों की झलक
इस मौके पर आयोजित आपातकालीन सेवा डेमो में राज्य आपदा मोचन बल और अग्निशमन दल ने आगजनी की घटना पर तत्परता से कार्रवाई का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री ने पूरे ऑपरेशन का निरीक्षण करते हुए कर्मियों की मुस्तैदी की सराहना की।
प्रदर्शनी में शामिल लुकास जैक, फायर जैल ब्लैकेट, चेन सॉ, अंडरवॉटर कैमरा जैसे उपकरणों की कार्यप्रणाली भी दर्शकों को दिखाई गई।
अग्निशमन ढांचे में लगातार हो रहा विस्तार
उप पुलिस महानिरीक्षक श्री अजात शत्रु बहादुर सिंह ने जानकारी दी कि वर्तमान में राज्य में प्रतिवर्ष लगभग 8,000 फायर कॉल आती हैं, जो गर्मियों में प्रतिदिन 40 तक पहुँच जाती हैं। वर्ष 2017 में जब अग्निशमन सेवा को नगरीय निकायों से पृथक कर स्वतंत्र इकाई के रूप में विकसित किया गया था, तभी से इसे तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इन 18 नए वाहनों के जुड़ने से राज्य के पास अब कुल 161 अग्निशमन वाहन उपलब्ध हैं। आज ही ये वाहन रायगढ़, कोरबा, धमतरी, अंबिकापुर, दंतेवाड़ा, कोरिया और कबीरधाम जिलों को सौंपे गए हैं।
शहीदों को समर्पित अग्निशमन सुरक्षा सप्ताह
श्री सिंह ने यह भी बताया कि 14 अप्रैल को अग्निशमन सेवा के दौरान बलिदान देने वाले वीर जवानों की स्मृति में “शहीद दिवस” मनाया जाता है, और 14 से 20 अप्रैल तक “फायर सर्विस वीक” के रूप में पूरे राज्य में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसी क्रम में इस वर्ष भी राज्यभर में जागरूकता अभियान चल रहा है।
संकल्प: सुरक्षित छत्तीसगढ़, सशक्त आपदा प्रबंधन
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निरंतर किए जा रहे ये प्रयास न केवल संसाधनों के आधुनिकीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण हैं, बल्कि ये नागरिकों के जीवन की सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाते हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने अंत में कहा, “हमारी सरकार का लक्ष्य केवल संरचनाएं खड़ी करना नहीं, बल्कि जनहित में भरोसेमंद और दक्ष आपदा प्रबंधन प्रणाली खड़ी करना है।”