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छत्तीसगढ़ पर्यटन को मिला राष्ट्रीय मंच पर विशेष सम्मान, कोलकाता में TTF में शानदार उपस्थिति

रायपुर, 10 जुलाई 2025/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य के पर्यटन को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण पहल आज कोलकाता में देखने को मिली, जहाँ चल रहे ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर (TTF) में छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड ने राज्य की समृद्ध विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य के साथ शानदार भागीदारी दर्ज कराई।

TTF के मंच पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष नीलू शर्मा ने कोलकाता के टूर ऑपरेटरों और ट्रैवल एजेंट्स को राज्य के पर्यटन स्थलों को अपने टूर पैकेज में शामिल करने का आग्रह किया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ मंच साझा करते हुए यह संदेश दिया कि भारत को जानने और समझने के लिए छत्तीसगढ़ को देखना और अनुभव करना अनिवार्य है।

नीलू शर्मा ने कहा, “छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जो प्राकृतिक सौंदर्य, जनजातीय संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहरों और आध्यात्मिक ऊर्जा से समृद्ध है। यह आज भी ‘अनदेखा भारत’ कहलाता है, और यही इसकी सबसे बड़ी विशेषता है।” उन्होंने चित्रकोट जलप्रपात, कांगेर घाटी, सिरपुर, धुड़मारास, भोरमदेव, डोंगरगढ़ और दंतेवाड़ा जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य में पर्यटन को अब उद्योग का दर्जा दिया गया है।

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उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में होमस्टे, रिसॉर्ट्स, ट्राइबल और वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने अनेक योजनाएं शुरू की हैं। इन पहलों का उद्देश्य केवल पर्यटन विकास नहीं, बल्कि सांस्कृतिक संवाद और सतत विकास को सुनिश्चित करना है। कोलकाता में छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड का स्थायी सूचना केंद्र स्थापित किया गया है, जो टूर ऑपरेटरों और पर्यटकों के लिए जानकारी और सेवाएं प्रदान करेगा। इस आयोजन के दौरान कोलकाता के 50 से अधिक टूर ऑपरेटर और ट्रैवल एजेंट्स ने छत्तीसगढ़ के साथ जुड़ने में रुचि दिखाई और पंजीकरण कराया।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक विवेक आचार्य ने भी राज्य की पर्यटन संभावनाओं पर प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने उपस्थित अतिथियों और टूर ऑपरेटरों को छत्तीसगढ़ की संस्कृति, प्राकृतिक विविधता और शासन द्वारा लिए गए पर्यटन-संबंधी निर्णयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

मीडिया से चर्चा करते हुए नीलू शर्मा ने कहा, “भारत को जानने के लिए छत्तीसगढ़ को समझना आवश्यक है। मैं सभी पर्यटकों, टूर ऑपरेटर्स और ट्रैवल एजेंट्स से निवेदन करता हूं कि वे छत्तीसगढ़ आएं, इसे अनुभव करें और भारत की आत्मा से साक्षात्कार करें।”

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इस भव्य आयोजन में सिक्किम विधानसभा की उपाध्यक्ष राजकुमारी थापा, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी, थाईलैंड की महावाणिज्यदूत श्रीपोन तांतिपन्याथेप और वेस्ट बंगाल टूर ऑपरेटर एंड ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन कोलकाता के 500 से अधिक सदस्य उपस्थित थे। सभी ने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विविधता और पर्यटन की संभावनाओं की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

यह आयोजन न केवल छत्तीसगढ़ के पर्यटन क्षेत्र के लिए एक नई पहचान का माध्यम बना, बल्कि राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करने की दिशा में एक सशक्त कदम भी साबित हुआ।