2026-27 से दसवीं के छात्र साल में दो बार दे सकेंगे बोर्ड परीक्षा: CBSE की नई पहल
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बुधवार, 25 जून 2025 को घोषणा की कि शैक्षणिक सत्र 2026-27 से कक्षा 10 के छात्रों को बोर्ड परीक्षा देने का दोहरा अवसर मिलेगा। यह निर्णय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की उस सिफारिश के अनुरूप है, जिसमें बोर्ड परीक्षाओं के “उच्च दबाव” को कम करने की बात कही गई थी।
सीबीएसई अध्यक्ष राहुल सिंह ने जानकारी दी कि पहली परीक्षा अनिवार्य होगी और हर छात्र को उसमें शामिल होना होगा। यह परीक्षा फरवरी के मध्य में आयोजित की जाएगी। परीक्षा में सफल होने वाले छात्रों को तीन विषयों — विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान या दो भाषाओं में से किसी में भी प्रदर्शन सुधारने का विकल्प मिलेगा। यह दूसरी परीक्षा पूरी तरह वैकल्पिक और अतिरिक्त होगी।
दूसरी परीक्षा मई में, नतीजे जून में
सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने बताया कि पहली परीक्षा के परिणाम अप्रैल में घोषित किए जाएंगे। इसके बाद छात्र अपनी पसंद से सुधार परीक्षा में शामिल हो सकते हैं, जो मई में होगी और जून में इसके परिणाम आएंगे।
डॉ. भारद्वाज ने बताया कि अभी तक बोर्ड छात्रों को दो विषयों में सुधार का मौका देता रहा है, जिसमें वोकेशनल विषय भी शामिल होते थे। लेकिन नई व्यवस्था के तहत सुधार परीक्षा केवल शैक्षणिक विषयों तक सीमित होगी, जिससे छात्रों को अपने मुख्य विषयों में प्रदर्शन सुधारने का बेहतर मौका मिलेगा।
तीन या अधिक विषयों में गैरहाजिर छात्रों को सुधार परीक्षा की अनुमति नहीं
सीबीएसई अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई छात्र पहली परीक्षा में तीन या उससे अधिक विषयों में उपस्थित नहीं होता, तो उसे दूसरी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि छात्र पहली परीक्षा को गंभीरता से लें और केवल अवसर की तलाश में न रहें।
यदि कोई छात्र एक या दो विषयों में अनुत्तीर्ण होता है या परीक्षा में उपस्थित नहीं होता है, तो उसे “कंपार्टमेंट” श्रेणी में रखा जाएगा और उसे दूसरी परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। वहीं, तीन या अधिक विषयों में असफल छात्र “एसेंशियल रिपीट” की श्रेणी में आएंगे और उन्हें अगला अवसर अगले शैक्षणिक सत्र में मिलेगा।
कंपार्टमेंट परीक्षा की नई समय-सारणी
2026-27 से कंपार्टमेंट परीक्षा की भी समय-सारणी बदलेगी। अब जुलाई में कोई परीक्षा नहीं होगी। पहली कंपार्टमेंट परीक्षा अब जून में होगी, जो सुधार परीक्षा के साथ ही आयोजित की जाएगी। दूसरी और तीसरी कोशिश क्रमशः अगले वर्ष की मुख्य और सुधार परीक्षाओं के साथ होगी।
डॉ. भारद्वाज ने यह भी कहा कि जिन छात्रों ने किसी विषय में फेल होकर किसी वैकल्पिक विषय से पास किया है, उन्हें भी मूल विषय में फिर से परीक्षा देने का मौका मिलेगा, यदि वह विषय आगे की पढ़ाई के लिए आवश्यक हो।