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सिरपुर साडा टीम का समर्पण और सावधानीपूर्वक प्रयास सराहनीय : डॉ. प्रवीण कुमार मिश्रा

प्राचीन लक्ष्मण मंदिर एवं आसपास के आकर्षणों को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल की सूची में नामांकित कराने के लिए किये गया प्रयासों के तहत, एक डोजियर की तैयारी के लिए विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ, सिरपुर साडा के विनयपूर्ण निमंत्रण पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सम्मानित संयुक्त महानिदेशक (अन्वेषण एवं उत्खनन) डॉ. प्रवीण कुमार मिश्रा द्वारा सिरपुर का दौरा किया गया।

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अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस पर महंत घासीदास स्मारक में पुरानिधि दर्शन

रायपुर, छत्तीसगढ़, 18 मई, 2024 – अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर, पर्यटन मंत्रालय, छत्तीसगढ़ नोडल कार्यालय, रायपुर के सहयोग से ‘हेरिटेजवाला’ और ‘प्रोजेक्ट गेटआउट’ द्वारा महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

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शिक्षा और अनुसंधान के लिए संग्राहलयों का महत्त्व : वेबीनार

अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस, विषय पर उनके द्वारा दी गई विस्तृत प्रस्तुति में उन्होंने बताया कि संग्रहालय इतिहास के खजाने की तरह होते हैं जहां पर संस्कृति, परंपरा और ऐतिहासिक महत्व रखने वाली अवशेषों और कलाकृतियों को सु‍रक्षित रखा जाता है। यह अमूल्य धरोहर न केवल हमें अपनी विरासत से जोड़ते हैं और आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करते हैं।

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कोंडागांव में खुलेगा नेचरोपैथी एवं हर्बल कृषि पर्यटन सेंटर

वसुंधरा प्रकृति संरक्षण समिति (विस्कान )द्वारा प्रदेश में ईको पर्यटन सहित प्राकृतिक चिकित्सा एवम हर्बल खेती को बढ़ावा देने हेतु ‘मां दंतेश्वरी हर्बल समूह’ के साथ करार किया गया।

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कोरबा अंचल में शैलचित्रों की भरमार, आदि मानवों की थी बसाहट

खोज में यहां के प्राचीनतम चट्टानों में तलवारधारी घुड़सवार, हिरण, अश्व, मुर्गी व मोर समेत अनेक शैलचित्र देखे गए हैं। पुरातन काल से ही आदिमानवों के इस क्षेत्र में लंबे समय तक रहवास की पुष्टि भी इन शैलचित्रों से हो रही है।

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लोहा शत्रुओं ने माना और मृत्यु पर आंसू बहाए ऐसे थे महाराणा प्रताप

भगवान रामचंद्र के के वंश में अंतिम राजा सुमित्र का उल्लेख है जिसके साथ गोहिल और वंश का संबंध है। कनक सेन ने अयोध्या का राज्य छोड़कर सौराष्ट्र में सूर्य वंश की स्थापना की थी तथा इसकी राजधानी वल्लभी में थी।

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