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शीतकाल में घूमने लायक छत्तीसगढ़ के प्रमुख पुरातात्विक पर्यटन स्थल

छत्तीसगढ़ को ‘भारत का धरोहर राज्य’ कहा जाता है, अपने प्राचीन इतिहास और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। यह क्षेत्र शीत ऋतु में पर्यटन के लिए बेहद अनुकूल है, क्योंकि इस समय मौसम ठंडा और सुहावना होता है।

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छत्तीसगढ़ में हुआ पर्यटन मित्र योजना का शुभारंभ

भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने 27 सितंबर 2024 को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर ‘पर्यटन मित्र’ और ‘पर्यटन दीदी’ नाम से एक राष्ट्रीय उत्तरदायी पर्यटन पहल की शुरुआत की थी।

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धरती से लुप्त होते एक द्वीप की आखिरी पुकार

ब इस देश को डूबने में कितना समय लगता है यह प्राकृतिक घटनाओं पर निर्मर है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण इस देश के वासी जलवायु शरणार्थी बनने वाले हैं। वैसे वैज्ञानिक द्वीप के डूबने की सटीक भविष्यवाणी तो नहीं करते परन्तु कहते हैं कि इसको डूबने में 50 से 100 वर्षों का समय लग जाएगा।

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तीन साल बाद खुला कानन पेंडारी जू, पर्यटक फिर से देख सकेंगे भालुओं का दीदार

कानन पेंडारी जू में तीन साल बाद पर्यटक भालुओं को देख सकेंगे। अक्टूबर 2021 में आईसीएच वायरस के संक्रमण के कारण सभी भालुओं को क्वारंटाइन कर दिया गया था। अब नया केज और नाइट सेल्टर केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के मापदंडों के अनुसार बनकर तैयार हो गया है।

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‘घुमक्कड़ जंक्शन’ स्मारिका का हुआ लोकार्पण

विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के अरण्य भवन में  प्रधान मुख्य वनसंरक्षक श्रीनिवास राव द्वारा ‘घुमक्कड़ जंक्शन’ पत्रिका के लोकार्पण हुआ। यह पत्रिका विशेष रूप से पर्यटन और यात्रा प्रेमियों के लिए समर्पित है, जिसका उद्देश्य स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देना है।

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‘घुमक्कड़ जंक्शन’ स्मारिका का हुआ लोकार्पण

विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के अरण्य भवन में  प्रधान मुख्य वनसंरक्षक श्रीनिवास राव द्वारा ‘घुमक्कड़ जंक्शन’ पत्रिका के लोकार्पण हुआ। यह पत्रिका विशेष रूप से पर्यटन और यात्रा प्रेमियों के लिए समर्पित है, जिसका उद्देश्य स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देना है।

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