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अलख निरंजन शब्द की उत्पत्ति एवं सामाजिक आध्यात्मिक प्रभाव

अलख, अ+लख, जो दिखाई न दे, जो दृष्टिगोचर न हो। माने निराकार और निराकार ईश्वर को ही कहा गया है। निरंजन शब्द की उत्पत्ति अंजन शब्द में निर् प्रत्यय लगाने के बाद होती है। निर का अर्थ है बिना या रहित तथा अंजन का अर्थ है काजल या अंधकार। निरंजन का शाब्दिक अर्थ होता है “जो अंजन (काजल या अंधकार) से रहित हो। किन्तु इसका तत्वार्थ बहुत गहरा है।

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सक्रियता और संकल्प सफलता की कुंजी

अकर्मण्यता, निराशा, आलस्य और शिथिलता – ये सभी उद्भव, विकास और उन्नति के सबसे बड़े बाधक तत्व हैं। अनेक लोग

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प्रकृति, मानव संस्कृति और कला : आनंद के प्रेरणा स्रोत

मनुष्य की पहचान कही जाने वाली मानव संस्कृति और इसमें रची – बसी कृत कला रूपों की प्रेरणा स्रोत एवं

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वर्षाजल का संचयन करें एवं भारत को जलसंकट से बचाएं

विश्व में मानव उपयोग के जल की भारी कमी होती दिखाई दे रही है, जो रिपोर्ट विभिन्न शोध संस्थानों से

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पूंजीगत खर्चों में वृद्धि एवं मध्यवर्गीय परिवारों को राहत प्रदान की जानी चाहिए बजट में

जुलाई 2024 माह में शीघ्र ही केंद्र सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पूर्णकालिक बजट पेश किया जाने वाला

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भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका : महारानी लक्ष्मी बाई बलिदान दिवस

1857 का स्वतंत्रता संग्राम भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। इसे प्रथम स्वतंत्रता संग्राम या सिपाही विद्रोह के नाम से भी जाना जाता है। यह वह समय था जब भारतीय सैनिकों और जनसमूह ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया। इस विद्रोह में लक्ष्मी बाई की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी।

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