वृक्षों एवं हरियाली की रक्षा से जुड़ा है वट सावित्री पर्व
धर्म-कर्म और आस्था से सम्पन्न भारत की पवित्र भूमि, जहां देवी-देवताओं के विभिन्न स्वरूपों की बड़ी श्रद्धा से पूजा-अर्चना करने
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Read moreअभी की बेला, संधि बेला की चल रही है, दो युगों की मिलन होने जा रहा है। कलयुग का अंत
Read moreव्यक्ति, समाज, राष्ट्र निर्माण और साँस्कृतिक मूल्यों के लिये समर्पित संवाद कला संवाद सूत्र पत्रकारिता में हों अथवा समाज के
Read moreआज बुद्ध पूर्णिमा है, बुद्ध पूर्णिमा इसलिए मानी गई कि भगवान बुद्ध का जन्म, ज्ञान प्राप्ति (बुद्धत्व या संबोधी) और
Read moreभगवान नरसिंह की माता को छत्तीसगढ़ में लोकदेवियों में स्थान मिला है। एक जनजति इसे अपनी कुल देवी के रुप में पूजती है। इस देवी का नाम खम्भेश्वरी देबी है। भगवान नृसिंह का प्रकट याने जन्म खम्भे से हुआ इसलिए खम्भे जो माता एवं उसका गर्भ माना गया, इसलिए खम्भा याने स्तंभ खम्भेश्वरी के रुप में आज भी पूजित है।
Read moreअयोध्या स्थित रामलाल के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए निमित्त ट्रस्ट से जुड़े कामेश्वर चौपाल का कहना है कि
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