सम्पादकीय

futuredसम्पादकीय

वित्तीय वर्ष 2024-25: ITR-1 और ITR-4 फाइल करने की प्रक्रिया और अंतिम तिथि

वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आयकर विभाग ने ITR-1 (सहज) और ITR-4 (सुगम) फॉर्म की विवरणी जारी की है। अलग-अलग करदाताओं के लिए ITR भरने की अंतिम तिथि तय की गई है। ITR-1 और ITR-4 किनके लिए लागू है, कौन नहीं भर सकता, और क्या शर्तें हैं—इन सभी बातों को समझना जरूरी है ताकि रिटर्न भरते समय किसी गलती या जुर्माने से बचा जा सके।

Read More
futuredसम्पादकीय

शिव के शिखरों में जीवन और मृत्यु का संगम: उत्तराखंड त्रासदी की स्मृति में

2013 की उत्तराखंड त्रासदी केवल एक प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि चेतावनी थी—हिमालय की गोद में बसे जीवन के संतुलन की पुकार। कैलाश यात्रा के अनुभव से यह लेख न केवल श्रद्धांजलि है, बल्कि विकास बनाम विनाश की गूंजती चेतावनी भी है।

Read More
futuredसम्पादकीय

ऑपरेशन सिंदूर: एक आध्यात्मिक वैश्विक राष्ट्रयुद्ध

“ऑपरेशन सिंदूर” एक सैन्य नहीं, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक राष्ट्रयुद्ध है—नारी सम्मान, धर्म और मानवता की रक्षा हेतु भारत की आत्मा की पुकार।

Read More
futuredसम्पादकीय

भारतीय सेना के पराक्रम से घुटनों पर पाकिस्तान

पहलगाम आतंकवादी घटना के बाद पाकिस्तान से बदला लेने के लिए पूरे देश में आक्रोश भर गया और सरकार पर बदला लेने के लिए दबाव बन रहा था। इस दबाव को बनाने में कांग्रेस एवं वामपंथी सहयोग कर रहे थे। उन्होंने आतंकवादी घटना का बदला लेने के लिए सरकार को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की, क्योंकि राष्ट्र की जनभावनाओं के विरोध में तो नहीं जा सकते थे।

Read More
futuredसम्पादकीय

मुंबई हमले का षड़यंत्र अब पूरी तरह होगा बेनकाब

आज जब भारत दुनिया को आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट करने का आह्वान करता है, तो तहव्वुर राणा का मामला उस प्रयास को एक ठोस आधार प्रदान करता है। यह सिर्फ एक व्यक्ति की गिरफ़्तारी नहीं, बल्कि एक आतंकवादी राष्ट्र की परतें उधेड़ने की शुरुआत है। अब भारत को न केवल कानूनी मोर्चे पर बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी इस अवसर का भरपूर उपयोग करना होगा। तहव्वुर राणा भारत में है और सच्चाई अब बहुत दूर नहीं।

Read More
futuredसम्पादकीय

संरक्षण और संवेदनशीलता की पुकार : वन्य जीव दिवस

वन्य जीव दिवस हर वर्ष 3 मार्च को मनाया जाता है। यह दिन प्रकृति में जीवों के महत्व को समझने, उनके संरक्षण की आवश्यकता को रेखांकित करने और लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2013 में इस दिन को आधिकारिक रूप से मनाने की घोषणा की गई थी।

Read More