सम्पादकीय

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सीमाओं से परे बहती हिन्दी भाषा की धारा : हिन्दी दिवस विशेष

आलेख प्रवासी भारतीयों के अनुभवों और गिरमिटिया मजदूरों द्वारा दुनिया के विभिन्न हिस्सों में हिंदी के प्रसार को भी उजागर करता है। फिजी, मॉरीशस, सूरीनाम, त्रिनिदाद, अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और खाड़ी देशों में हिंदी कैसे पहचान और जुड़ाव का माध्यम बनी, इसका उल्लेख इसमें विस्तार से किया गया है।

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तुलसी दर्शन के रचनाकार बल्देवप्रसाद मिश्र : पुण्यतिथि विशेष

डॉ. बल्देवप्रसाद मिश्र छत्तीसगढ़ के साहित्य, संस्कृति और प्रशासनिक सेवा के उज्ज्वल नक्षत्र रहे। रायगढ़ रियासत के दीवान रहते हुए उन्होंने साहित्य, शिक्षा और जनकल्याण में अमूल्य योगदान दिया।

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बरसात में सांपों का खतरा और जानिए नागलोक को

बरसात में सांपों से बचाव, छत्तीसगढ़ के जहरीले और गैर-जहरीले सांप, प्राचीन ग्रंथों में सांपों के नाम, और भारत में सर्पदंश से मृत्यु पर विस्तृत जानकारी।

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भारत में बढ़ती जनसंख्या और नियंत्रण की आवश्यकता : विश्व जनसंख्या दिवस

भारत विश्व की सबसे बड़ी जनसंख्या वाला देश बन चुका है, जिससे जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग फिर ज़ोर पकड़ने लगी है; मुस्लिम और हिंदू जनसंख्या वृद्धि के तुलनात्मक आंकड़ों के साथ लेख में संभावित समाधान सुझाए गए हैं।

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क्या कृत्रिम बौद्धिकता मानव मष्तिष्क एवं स्मृति के लिए खतरा है?

कुल मिलाकर एआई मनुष्य को अपना 24×7 घंटों का दास बनाने की ओर अग्रसर है। इससे बचने का उपाय भी मनुष्य को ही खोजना होगा। यह स्थिति सीधे-सीधे मनुष्य की शारीरिक एवं बौद्धिक कार्यक्षमता पर संकट की तरह दिखाई दे रही है।

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आपातकाल से आत्मनिर्भर भारत तक की यात्रा

आपातकाल से सबक लेकर आज भारत की आत्मा जाग चुकी है। चाहे राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा हो, आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब हो या सांस्कृतिक पुनर्जागरण हो, भारत अपने निर्णयों के आत्मनिर्भर एवं अडिग है।

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