धर्म-अध्यात्म

futuredधर्म-अध्यात्म

जो आत्मवोध कराये वह गुरु है : गुरु पूर्णिमा विशेष

“जो आत्मवोध कराये वह गुरु है,  मनुष्य या प्राणी का जीवन तो सीमित होता है। समय और आयु अवस्था उनकी क्षमता और ऊर्जा को प्रभावित करती है, अतएव गुरु चिरजीवी होना चाहिए”।

Read More
futuredधर्म-अध्यात्महमारे नायक

भागो मत, सामना करो स्वामी विवेकानंद

“यह सबके जीवन के लिए एक सबक है कि संकट का सामना करो, वीरता से सामना करो। बंदरो की तरह जीवन की कठिनाईयां भी पीछे हट जाएंगी, यदि हम उनसे दूर भागने की वजाय निडर होकर सामने खड़े हो जाएं । कायर कभी भी विजय हासिल नहीं कर सकता। हमें डर और कष्टों का सामना करना होगा, उनके स्वतः दूर चले जाने की आशा छोड़कर ।

Read More
futuredधर्म-अध्यात्मलोक-संस्कृति

विध्वंस और पुनर्निर्माण का इतिहास : जगन्नाथ पुरी

उड़ीसा प्राँत के पुरी में विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथयात्रा और रथोत्सव 7 जुलाई से आरंभ हो रहा है। जो 16

Read More
futuredधर्म-अध्यात्म

भगवान जगन्नाथ का मूल स्थान शिवरीनारायण

सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में रथदूज बड़ा पवित्र दिन माना जाता है। इस दिन बेटी को बिदा करने, बहू को लिवा लाने, नये दुकानों की शुरूवात और गृह प्रवेश जैसे महत्वपूर्ण कार्य सम्पन्न कराये जाते हैं। इस दिन अपने स्वजनों, परिजनों और मित्रों के घर मेवा-मिष्ठान भिजवाने की परम्परा है। बच्चे नये कपड़े पहनते हैं और उन्हें खर्च करने के लिए पैसा दिया जाता है।

Read More
futuredधर्म-अध्यात्म

जगन्नाथ यात्रा का विशेष सांस्कृतिक महत्व

प्रत्येक वर्ष आषाढ़ माह शुक्लपक्ष की द्वितीया तिथि को सम्पूर्ण भारत में निकाली जाने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा की परम्परा

Read More
futuredधर्म-अध्यात्म

शीतला दाई और जुड़वास पर्व: छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति

छत्तीसगढ़ की ग्रामीण संस्कृति में देवी-देवताओं का महत्वपूर्ण स्थान है, और इनमें से एक प्रमुख देवी हैं शीतला दाई। यह

Read More