पॉजिटिव स्टोरी

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लोक परंपराओं से जैव विविधता का संबंध एवं सह अस्तित्व

प्रकृति एक जटिल और सुंदर ताना-बाना है, जिसमें वन्यजीव और पारिस्थितिकी तंत्र एक-दूसरे के साथ गहराई से जुड़े हुए हैं। वन्यजीव, जिसमें स्तनधारी, पक्षी, सरीसृप, उभयचर, मछलियाँ, कीट और अन्य जीव शामिल हैं, पारिस्थितिकी तंत्र का एक अभिन्न अंग हैं।

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पहलगाम आतंकवादी हमले पर तालिबान सरकार का बयान एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक कदम

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने न केवल भारत, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी ध्यान आकर्षित किया है। इस हमले की निंदा विभिन्न देशों और संगठनों द्वारा की गई है, जिसमें अफगानिस्तान की तालिबान सरकार का बयान भी शामिल है।

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जल जीवन मिशन लोगों का जीवन बदल रहा है : पॉजिटिव स्टोरी

बस्तर अंचल के सुदूर कदेर गांव के कोसी बाई और मुरा राम की यह कहानी बताती है कि जल जीवन मिशन कैसे लोगों का जीवन बदल रहा है। हर घर के आंगन तक पहुंच रही पानी की धार ने रोज की एक बड़ी चिंता से मुक्ति दे दी है।

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रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रे : रेल दिवस विशेष

भारत रुपी शरीर की धमनियाँ मैं रेलगाड़ी को ही मानता हूँ, जिस तरह शरीर में रक्त प्रवाह बनाए रखने में धमनियों का योगदान होता है उसी तरह भारत को चलाने के लिए रेलगाड़ियों का मुख्य भूमिका है। वर्तमान काल में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जिसने रेलगाड़ी देखी न होगी या उसकी सवारी न की होगी। भारत में रेलगाड़ी के संचालन का अपना एक इतिहास रहा है।

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सौर ऊर्जा से रोशन हुए 25 बैगा परिवारों के आशियाने

कबीरधाम जिले की ग्राम पंचायत कांदावानी के आश्रित गांव पटपरी में निवासरत 25 बैगा परिवारों के जीवन में अब अंधेरा नहीं रहा। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत यहां के सभी बैगा परिवारों के घरों में क्रेडा की ओर से निःशुल्क सोलर सिस्टम लगाया गया है, जिससे उनके आशियाने अब रोशनी से जगमगा उठे हैं।

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ऐतिहासिक ‘नमक सत्याग्रह’ के आज पूरे हुए 95 साल

क्या आपको याद है कि आज 6 अप्रैल की तारीख़ हमारे स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक यादगार दिवस के रूप में दर्ज है ? यही वह यादगार दिन है, जिसे हममें से अधिकांश लोग भूल गए हैं, जब 95 साल पहले 6अप्रैल 1930 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में उनके साबरमती आश्रम से दांडी के समुद्रतट तक 358 किलोमीटर लम्बी एक ऐतिहासिक पैदल यात्रा सम्पन्न हुई थी।

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