मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंत्रिमंडल में जगह पाने वाले राजेश अग्रवाल का सियासी सफर
रायपुर, 15 दिसंबर 2023: छत्तीसगढ़ के नवगठित मंत्रिमंडल में अंबिकापुर के विधायक राजेश अग्रवाल को शामिल किया गया है, जिनकी राजनीतिक यात्रा एक दिलचस्प मोड़ लेकर आई है। श्री अग्रवाल ने पिछले चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को 94 मतों के अत्यंत साधारण अंतर से पराजित करके राज्य की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर किया था।
व्यवसाय से राजनीति तक का सफर
राजेश अग्रवाल, जो मूल रूप से लखनपुर निवासी और स्वर्गीय चांदी राम अग्रवाल के पुत्र हैं, ने राजनीति में कदम रखने से पहले अंबिकापुर में अपने व्यवसायिक साम्राज्य की नींव रखी। उन्होंने और उनकी पत्नी ने मिलकर कई निजी व्यावसायिक उपक्रमों को सफलतापूर्वक संचालित किया। व्यवसाय के दौरान ही उनकी रुचि सार्वजनिक जीवन की ओर बढ़ी और वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव के समर्थक के रूप में राजनीति से जुड़े।
कांग्रेस से भाजपा का सफर और उभार
श्री अग्रवाल को असली राजनीतिक पहचान वर्ष 2018 में मिली, जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने उनकी क्षमता को पहचाना और उन्हें सरगुजा जिला कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त किया। पार्टी के प्रति उनके समर्पण और कड़ी मेहनत के चलते जल्द ही उन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ दी गईं।
ऐतिहासिक जीत ने बदली तस्वीर
वर्ष 2023 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने उन्हें अंबिकापुर की प्रतिष्ठित सीट से अपना प्रत्याशी बनाया, जिसे लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ और टीएस सिंहदेव का गढ़ माना जाता था। इस चुनाव को एक बड़ी राजनीतिक लड़ाई के रूप में देखा जा रहा था। नतीजतन, एक ऐतिहासिक और अप्रत्याशित मुकाबले में, राजेश अग्रवाल ने कुल 90,780 मत प्राप्त करके सिंहदेव को मात्र 94 वोटों के अंतर से हरा दिया। यह जीत न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे राजनीतिक समुदाय के लिए एक बड़ा आश्चर्य थी।
अब मंत्रिमंडल का हिस्सा बनकर, श्री अग्रवाल के सामने अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास और राज्य की प्रगति में योगदान देने की नई जिम्मेदारी है।