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भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की हुई मृत्यु, डीआईजी वैभव कृष्ण ने दी अधिकारिक जानकारी

प्रयागराज/ मौनी अमावश्या की मध्य रात्रि महाकुंभ मेले के दौरान हुई भगदड़ के संबंध में, महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि अब तक 30 श्रद्धालुओं की मृत्यु की पुष्टि हुई है, जिनमें से 25 की पहचान हो चुकी है। उन्होंने बताया कि घटना में 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

डीआईजी वैभव कृष्ण के अनुसार, यह हादसा रात 1 से 2 बजे के बीच हुआ, जब घाट पर भारी भीड़ के दबाव के कारण कुछ बैरिकेड्स टूट गए। इससे अफरातफरी मच गई और कई श्रद्धालु जमीन पर गिर गए, जिसके बाद भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।

प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिया है और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। डीआईजी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संयम बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान न दें।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है।

प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

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इस दुखद घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों के लिए ₹25 लाख प्रति व्यक्ति मुआवजे की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और घायलों के इलाज के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इसके साथ ही, उन्होंने घटना की विस्तृत जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच आयोग के गठन की भी घोषणा की है। यह आयोग हादसे के कारणों की पड़ताल करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक सिफारिशें देगा।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया और उत्तर प्रदेश सरकार को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है।

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सरकार ने घायलों के समुचित इलाज के लिए विशेष चिकित्सा दल तैनात किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।