\

2026 चुनाव के बाद किसी भूमिका से इंकार, शेख हसीना के प्रत्यर्पण पर बोले प्रोफेसर मुहम्मद यूनूस

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख और नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित प्रोफेसर मुहम्मद यूनूस ने स्पष्ट कर दिया है कि वे 2026 के आम चुनावों के बाद किसी भी राजनीतिक पद की भूमिका में नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनका और उनके सलाहकार मंडल का एकमात्र उद्देश्य एक निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव संपन्न कराना है, जिससे देश लोकतांत्रिक रास्ते पर मजबूती से आगे बढ़ सके।

लंदन में मीडिया से बात करते हुए 84 वर्षीय यूनूस ने कहा, “हमारा कार्य सिर्फ संक्रमणकाल को ठीक से संभालना है। हम चाहते हैं कि जब हम सत्ता चुनी हुई सरकार को सौंपें, तो देश की जनता संतुष्ट हो।”

जब उनसे पूछा गया कि क्या वे स्वयं किसी राजनीतिक पद की आकांक्षा रखते हैं, तो उन्होंने हाथ हिलाकर दो टूक कहा, “कभी नहीं, बिल्कुल नहीं। न मैं, न मेरे किसी मंत्रीमंडल के सदस्य का ऐसा कोई इरादा है।”

उन्होंने कहा कि 2026 का आम चुनाव बांग्लादेश के भविष्य के लिए निर्णायक होगा। “अगर यह चुनाव निष्पक्ष नहीं हुआ, तो राजनीतिक संकट और भी जटिल हो जाएगा,” उन्होंने चेतावनी दी।

शेख हसीना के प्रत्यर्पण की कोशिशें जारी

पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, जिन्हें 5 अगस्त 2024 को छात्र आंदोलन के बाद सत्ता से हटा दिया गया था, वर्तमान में भारत में हैं। यूनूस ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) ने उनके खिलाफ मुकदमा शुरू कर दिया है और उन्हें विधिवत नोटिस जारी किए गए हैं।

“यह कानूनी प्रक्रिया है। हम इंटरपोल के माध्यम से सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं। हम इस प्रक्रिया को पूरी तरह कानून के तहत, पारदर्शिता के साथ पूरा करना चाहते हैं,” उन्होंने कहा।

पीएम मोदी से हुई थी बातचीत

प्रोफेसर यूनूस ने खुलासा किया कि उन्होंने अप्रैल 2025 में बैंकॉक में आयोजित बिम्सटेक सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। उस समय उन्होंने पीएम मोदी से अपील की थी कि शेख हसीना को बांग्लादेश के आंतरिक मामलों में टिप्पणी करने से रोका जाए।

“मैंने पीएम मोदी से कहा कि यदि आप उन्हें मेज़बान बना रहे हैं तो मैं आपको मना नहीं कर सकता, लेकिन कृपया यह सुनिश्चित करें कि वह बांग्लादेश की जनता से सीधे संवाद करके स्थिति को और भड़काएं नहीं।”

उन्होंने कहा कि शेख हसीना समय तय करके बांग्लादेश की जनता को संबोधित करती हैं, जिससे देश में तनाव की स्थिति बन जाती है।