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अंतिम यात्रा में भी नहीं मिली सुविधा : नाले में टायर-ट्यूब से पार कराना पड़ा शव

बलौदाबाजार। मायके में इलाज के दौरान मौत के बाद अंतिम यात्रा भी बारिश और बाढ़ की मार से बाधित हो गई। पलारी विकासखंड के छेरकाडीह गांव की 38 वर्षीय टिकेश्वरी निषाद की मौत के बाद उनका शव परंपरा के अनुसार ससुराल भवरगढ़ ले जाना था। लेकिन लगातार दो दिनों से हो रही तेज बारिश से उफनाए नाले ने शवयात्रा का रास्ता रोक दिया।

गुरुवार की सुबह परिवारजन और ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से टायर-ट्यूब का सहारा लेकर शव को नाले के पार कराया। इस दृश्य को देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। मृतका के परिजन ललित निषाद ने भावुक होकर कहा— “जब बेटी डोली में ससुराल जाती है तो उसका रास्ता साफ होता है, लेकिन जब वही बेटी अर्थी में लौटे तो उसका रास्ता नाले में रुक जाता है। यह दिल को चीर देने वाला दृश्य है।”

गांव के सरपंच जयन साहू ने बताया कि बरसात के मौसम में छेरकाडीह नाले का उफान हर साल ग्रामीणों के लिए संकट खड़ा कर देता है। पुल निर्माण की लगातार मांग के बावजूद प्रशासन की उदासीनता के कारण आज भी लोगों को ऐसी त्रासदी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने फिर से नाले पर स्थायी पुल बनाने की मांग प्रशासन से की है।

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रुपेश वर्मा, अर्जुनी