\

फरार मिलर रौनक अग्रवाल गिरफ्तार, किसान से मारपीट मामले में भेजा गया जेल

रुपेश वर्मा, अर्जुनी

बलौदाबाजार। जिले में सिमगा तहसील के खिलोरा गांव में किसान को चप्पल-डंडों से अधमरा होते तक मारने वाला मुख्य आरोपी पकड़ा गया है। मिलर रौनक अग्रवाल इस मामले में 8 दिन से फरार चल रहा था। बुधवार को पुलिस ने उसे मध्यप्रदेश के बैतूल से बलौदाबाजार-भाटापारा लौटते वक्त गिरफ्तार किया और जेल भी भेज दिया गया है। बता दें कि इस प्रकरण में अब तक 4 आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ हथबंद थाने के 2 आरक्षकों को डॺूटी में लापरवाही करने के मामले में सस्पेंड भी किया गया है।

गौरतलब है कि में 1 अप्रैल को खिलोरा गांव में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। रात करीब 12.30 बजे खोरबाहरा जायसवाल यहां से घर लौट रहे थे। रास्ते में राइस मिल के मुंशी शत्रुघ्न नवरंगे और पूर्व सरपंच देवनारायण साहू उसे अपने साथ स्कूटी पर बिठाकर मुंशी के घर ले गए। वहां मिलर रौनक अग्रवाल भी मौजूद था। तीनों ने चोर आया, चोर आया… चिल्लाकर किसान को चप्पल और डंडों से बेरहमी के साथ पीटा। इस दौरान हथबंद पुलिस मौके पर पहुंची। किसान के परिवार वाले भी यहीं थे। उनका आरोप है कि पुलिसवालों ने उन्हें मौके से भगा दिया। फिर तीनों बदमाशों ने किसान को लगभग अधमरा होते तक मारा और भाग निकले।

परिजनों की शिकायत और मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी विजय अग्रवाल ने तत्काल आरोपियों की धरपकड़ के लिए तीन टीमें बनाई। सबसे पहले आरोपियों को भगाने में मदद करने वाले विजय साहू को पकड़ा गया। इसके बाद नवरंगे और देवनारायण भी पकड़ लिए गए थे। इसी बीच मामले में लापरवाही बरतने के मामले में हथबंद थाने के 2 आरक्षकों को भी सस्पेंड किया गया। अब भाटापारा एसडीओपी तारेश साहू के नेतृत्व में पुलिस ने घटना के मास्टर माइंड रौनक को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसे बुधवार को ही न्यायालय पेश कर जेल भी भेज दिया गया है।

मिल के लिए जमीन पर कब्जा को लेकर था विवाद

बता दें कि ये पूरा विवाद मिल के लिए सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर जुड़ा है। मिलर ने मिल के लिए सड़क की जमीन पर भी कब्जा कर लिया था। सड़क पर ही मुरुम भी पटकवा दी थी। इसके चलते गांव में कई लोग हादसे का शिकार हुए थे। ऐसे में पंचायत ने मिलर द्वारा बेजा कब्जा और अवैध निर्माण पर आपत्ति जताई थी। मिलर और उसके साथियों पर आरोप है कि उन्होंने किसान से मारपीट इसीलिए की क्योंकि उन्हें पंचायत की आपत्ति लेने के पीछे किसान का हाथ होने का अंदेशा था। कलेक्टर दीपक सोनी ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए राजस्व विभाग को जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। टीम ने उसी दिन मौके पर पहुंचकर मिलर द्वारा सड़क पर किए गए कब्जे को बुलडोजर से ढहा दिया था।

टंकराम वर्मा, राजस्व मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन ने इस पर मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के साथ है। किसी भी तरह की अन्यायपूर्ण घटना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषियों को कानून अनुसार कड़ी सजा दिलाई जाएगी। –

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *