अर्जुनी में सेवा और धर्म का संगम: घायल बछड़े की जान बचाई, सावनी रामायण पाठ से गूंजा हनुमान मंदिर
भारत माता सेवा संस्था ने बचाई घायल बछड़े की जान, युवाओं और डॉक्टर की तत्परता बनी मिसाल
अर्जुनी। भारत माता सेवा संस्था शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, स्वच्छता और गौ संरक्षण जैसे कार्यों में लगातार योगदान दे रही है। इसी सेवा क्रम में ग्राम कोकड़ी में एक बछड़ा 5–7 आवारा कुत्तों के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही संस्था के सदस्य और रोजगार सहायक भूपेंद्र घृतलहरे मौके पर पहुंचे और बछड़े की नाजुक हालत देखकर संस्था के अध्यक्ष टेसूलाल धुरंधर को सूचित किया। उनके मार्गदर्शन में पशु चिकित्सक डॉ. केशव साहू को बुलाया गया।
ग्राम पंचायत के सरपंच अभिषेक घृतलहरे, सौरभ वर्मा, सत्यम रजक, छोटू, अभीनीत जायसवाल, पुरुषोत्तम ध्रुव, धनंजय वर्मा (पिपराही), हेमू (दशरमा) सहित कई युवाओं ने मिलकर बछड़े का प्राथमिक उपचार कराया और एंटी-रेबीज इंजेक्शन लगवाकर उसकी जान बचाई। अध्यक्ष धुरंधर ने सभी सहयोगियों और डॉ. साहू को संस्था की ओर से साधुवाद दिया और इसे गौ सेवा का प्रेरणादायक उदाहरण बताया।
सावन में रामायण पाठ से गूंजा अर्जुनी का हनुमान मंदिर, भक्ति और भाईचारे का माहौल
अर्जुनी। सावन माह के पावन अवसर पर अर्जुनी बाजार चौक स्थित हनुमान मंदिर में प्रतिदिन सावनी रामायण पाठ का आयोजन किया गया। धर्मप्रेमी कथावाचक और प्रवचनकर्ताओं ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की कथा का सुंदर और मनमोहक वाचन किया।
इस आयोजन में जितेंद्र नागदेव (सोनू), दया वर्मा, गंगा प्रसाद यदु, मालिक राम वर्मा, आर.आर. साहू गुरुजी, सेवक दास मानिकपुरी, भकला वर्मा, प्रीत राम वर्मा, रिपुसूदन श्रीवास और कोमल साहू प्रमुख रूप से शामिल रहे। रामचरितमानस पाठ को शुभ माना जाता है, और मान्यता है कि इससे भगवान शिव और श्रीराम दोनों का आशीर्वाद मिलता है।
गांववासियों का मानना है कि ऐसे आयोजनों से सुख, समृद्धि, शांति और भाईचारा बढ़ता है। अर्जुनी में यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है, और भगवान हनुमान जी की कृपा से समय-समय पर विभिन्न वाडों में भी यह आयोजन होता रहता है, जिससे धर्म और संस्कार की भावना मजबूत होती है।