AAP ने संगठनात्मक नियुक्तियाँ की, सौरभ भारद्वाज को दिल्ली यूनिट का अध्यक्ष बनाया, मनीष सिसोदिया को पंजाब की जिम्मेदारी
दिल्ली में अपनी जड़ों से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति बढ़ाने की रणनीति के तहत आम आदमी पार्टी (AAP) ने शुक्रवार को कई महत्वपूर्ण संगठनात्मक बदलावों की घोषणा की। इन नियुक्तियों को पार्टी के लिए भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो अब दिल्ली से बाहर भारत के अन्य हिस्सों में अपनी नींव मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
पूर्व दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज को राष्ट्रीय राजधानी में AAP के नए अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, जो ग़ोपाल राय की जगह लेंगे। ग़ोपाल राय को दिल्ली यूनिट के संयोजक के पद से हटा दिया गया है, और यह पद अब पुनः डिजाइन किया गया है, ताकि पार्टी की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को बेहतर तरीके से दर्शाया जा सके। ग़ोपाल राय और पूर्व राजिंदर नगर विधायक दुर्गेश पाठक अब गुजरात में पार्टी की गतिविधियों की देखरेख करेंगे, जिससे AAP का पश्चिमी राज्य में प्रभाव बढ़ाने की योजना साफ़ है।
वहीं, पूर्व दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और उनके पूर्व कैबिनेट सहयोगी सत्येंद्र जैन को पंजाब में AAP के मामलों की जिम्मेदारी दी गई है। यह सिसोदिया का पंजाब में दूसरा कार्यकाल होगा। इन नियुक्तियों का उद्देश्य दिल्ली-आधारित नेताओं को अन्य राज्यों में भेजना है, ताकि पार्टी वहां अपनी जड़े मजबूत कर सके।
इन नई नियुक्तियों की घोषणा AAP की राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) की बैठक में की गई, जो राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आयोजित की गई थी। पार्टी के एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि सभी नए नियुक्त व्यक्तियों को अपनी संबंधित राज्यों में पूर्णकालिक रूप से काम करने की उम्मीद है, जब तक कि उस राज्य के चुनाव समाप्त नहीं हो जाते।
AAP सूत्रों ने बताया कि सौरभ भारद्वाज को दिल्ली यूनिट का नेतृत्व करने के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि वह पार्टी के भीतर एक मजबूत राजनीतिक हस्ती हैं और उनका संगठनात्मक कामकाजी अनुभव भी बहुत प्रभावशाली है। हालाँकि उन्होंने हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी सीट गंवाई, लेकिन उनका अनुभव और प्रभाव AAP के मामलों को दिल्ली में बेहतर तरीके से संभालने के लिए अहम थे, खासकर जब पार्टी अगले महीने दिल्ली नगर निगम चुनावों की तैयारी कर रही है।
एक AAP सूत्र ने कहा, “यह नियुक्तियाँ भविष्य की दृष्टि को लेकर की गई हैं, ताकि हम संगठन को पूरे देश में विस्तार दे सकें और इन महत्वपूर्ण राज्यों में चुनावों के लिए पूरी गंभीरता से तैयार हो सकें।” भारद्वाज का पार्टी कार्यकर्ताओं, निर्वाचित प्रतिनिधियों और शीर्ष नेतृत्व के साथ गहरा संपर्क होने के कारण उन्हें इस भूमिका के लिए उपयुक्त माना गया।
इसके अलावा, AAP के संगठन के महासचिव संदीप पाठक को छत्तीसगढ़ का कार्यभार सौंपा गया है, जबकि जम्मू और कश्मीर में पार्टी की जिम्मेदारी Doda के विधायक मेहराज मलिक को दी गई है। यह कदम भी AAP की योजना को दर्शाता है कि वह भारत के विभिन्न हिस्सों में अपनी उपस्थिति स्थापित करना चाहती है।
AAP की यह नेतृत्व परिवर्तन योजना पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और आगामी महत्वपूर्ण राज्यों में चुनावों की तैयारी के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकती है। यह कदम पार्टी के लिए दिल्ली से बाहर अपनी पहचान बनाने और देशभर में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।