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अहमदाबाद एयर इंडिया बोइंग क्रैश: संसद की परिवहन समिति करेगी जांच, बोइंग व एयर इंडिया अधिकारियों को तलब

नई दिल्ली: अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हुई एयर इंडिया की बोइंग ड्रीमलाइनर विमान हादसे के बाद संसद की परिवहन समिति ने मामले की गहन जांच के लिए बोइंग के अधिकारियों, एयर इंडिया के प्रतिनिधियों, नागरिक उड्डयन सचिव और DGCA के उच्च अधिकारियों को आगामी जुलाई के पहले सप्ताह में बैठक के लिए तलब किया है।

सूत्रों के अनुसार, विमान की देखरेख और रख-रखाव में पाई गई कई कमियों ने सुरक्षा को गंभीर खतरे में डाल दिया है। समिति इस बैठक में हाल के दिनों में चार धाम तीर्थयात्रा मार्ग पर हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को भी प्रमुखता से उठाएगी।

बैठक में नागरिक उड्डयन महानिदेशक (DGCA) की भूमिका, विमान रखरखाव के नियत समय सारिणी, और पायलटों की मानसिक और शारीरिक फिटनेस पर भी चर्चा होगी। समिति अपनी जांच रिपोर्ट आगामी संसद सत्र में प्रस्तुत कर सकती है।

समिति की पूर्व में गंगटोक में भी बैठक, पर्यटन विकास पर फोकस

इस बैठक से पहले समिति गंगटोक में पूर्वोत्तर राज्यों की हवाई और सड़क संपर्क व्यवस्था की समीक्षा करेगी। पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए यह कदम अहम माना जा रहा है। समिति के सदस्य एयर इंडिया की उड़ान के जरिये यात्रा करेंगे ताकि कंपनी की सेवाओं और संचालन का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया जा सके।

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DGCA ने एयर इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की

बोइंग दुर्घटना के बाद DGCA ने एयर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों, जिनमें एक डिविजनल वाइस प्रेसिडेंट भी शामिल हैं, को उड़ान क्रू शेड्यूलिंग से जुड़ी जिम्मेदारियों से तत्काल हटा दिया है। इसके साथ ही, Tata समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन को निर्देश दिया गया है कि वे इन अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई तुरंत शुरू करें। यदि एयरलाइन ने ऐसा न किया तो DGCA कड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी उड़ान संचालन लाइसेंस रद्द करने तक का कदम उठा सकती है।

दुर्घटना जांच ब्यूरो ने काले बॉक्स का विश्लेषण शुरू किया

विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने दुर्घटना स्थल से बरामद काले बॉक्स की जांच शुरू कर दी है। भारतीय वायुसेना के विमान से 24 जून 2025 को काले बॉक्स दिल्ली लाए गए। AAIB के निदेशक के नेतृत्व में तकनीकी टीम ने उसी दिन डाटा निकालना शुरू किया। सामने आए पहले काले बॉक्स के क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल की सुरक्षा से निकासी कर 25 जून को मेमोरी मॉड्यूल के डाटा को सफलतापूर्वक डाउनलोड किया गया। अमेरिकी नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के विशेषज्ञ भी जांच में सहयोग कर रहे हैं।

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