अमेरिका ने कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ़्स में अस्थायी ढील देने की घोषणा की
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 6 मार्च 2025 को कनाडा और मेक्सिको से आयातित सामानों पर लगाए गए उच्च टैरिफ़्स में अस्थायी ढील की घोषणा की। यह निर्णय वैश्विक बाजारों पर टैरिफ़्स के नकारात्मक प्रभावों और व्यापार युद्ध से जुड़ी बढ़ती चिंता के कारण लिया गया।
ट्रम्प की व्यापार नीति का एक अहम हिस्सा रहे ये टैरिफ़्स, आपूर्ति श्रृंखलाओं में गड़बड़ी और कृषि उत्पाद, स्टील, और ऑटोमोबाइल्स जैसी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि का कारण बने थे। इस अस्थायी रोलबैक के बाद, उम्मीद जताई जा रही है कि इससे व्यापारियों और उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, खासकर उन उद्योगों को जो इन दोनों देशों के साथ व्यापार करते हैं।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि यह कदम अमेरिकी निर्माताओं और उपभोक्ताओं पर पड़ रहे दबाव को कम करने के लिए उठाया गया है। उनका कहना था, “यह अस्थायी ढील व्यापार को कुशलतापूर्वक चलाने में मदद करेगी और उपभोक्ताओं को अत्यधिक मूल्य वृद्धि से बचाएगी।”
आर्थिक प्रभाव और वैश्विक प्रतिक्रियाएं:
यह ढील कनाडा, मेक्सिको और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों पर महत्वपूर्ण असर डालने की संभावना है। टैरिफ़्स के कारण पिछले कुछ महीनों में तीनों देशों के बीच व्यापार में तनाव था, और इस कदम से तनाव कम होने की संभावना जताई जा रही है।
वैश्विक बाजारों में जो अनिश्चितता थी, वह अब इस ढील के बाद थोड़ी कम हो सकती है। वित्तीय विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम शॉर्ट-टर्म में वैश्विक व्यापार प्रवाह को स्थिर कर सकता है और आर्थिक अस्थिरताओं को रोक सकता है।
व्यापार स्थिरीकरण की दिशा में एक कदम:
यह टैरिफ़ रोलबैक अमेरिका की व्यापार नीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। यह कदम यह दर्शाता है कि अमेरिका अब व्यापार अवरोधों के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान को समझ रहा है और एक संतुलित दृष्टिकोण अपना रहा है। ट्रम्प ने यह भी स्पष्ट किया कि यह अस्थायी ढील है और सरकार स्थिति की निगरानी करती रहेगी, साथ ही स्थायी समाधान की ओर काम करेगी।
कनाडा और मेक्सिको के साथ यह कदम एक स्थिर और सहयोगात्मक व्यापार संबंधों की दिशा में एक अहम कदम हो सकता है, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लाभ हो सकता है।