तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव का भव्य शुभारंभ
तातापानी, बलरामपुर-रामानुजगंज: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने तातापानी संक्रांति परब के अवसर पर 177 करोड़ रुपये के 198 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें 134 करोड़ रुपये की लागत के 140 कार्यों का भूमिपूजन और 43 करोड़ रुपये के 58 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। उन्होंने कहा कि इस पवित्र स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा पिछले वर्ष की थी, जिसका परिणाम अब स्पष्ट रूप से दिख रहा है।
पर्यटन विकास को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। सरगुजा और बस्तर जैसे जिलों में ऐसे कई स्थल हैं, जो वैश्विक आकर्षण बन सकते हैं। तातापानी भी उनमें से एक है, जहां गर्म पानी के कुंड प्रकृति की अद्भुत शक्ति का प्रदर्शन करते हैं। उन्होंने घोषणा की कि इन स्थलों का तेजी से विकास किया जाएगा, जिससे रोजगार और आय के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
शिक्षा और रोजगार के लिए नई योजनाएं
मुख्यमंत्री ने नालंदा परिसर के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए लाभदायक होगी। बलरामपुर कॉलेज में ऑडिटोरियम के निर्माण की भी घोषणा की गई।
कन्या विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह
इस अवसर पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 300 बेटियों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखद गृहस्थ जीवन की कामना की।
किसानों और गरीबों के लिए योजनाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष धान की रिकॉर्ड खरीदी 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है। तेंदूपत्ता संग्रहण दर को बढ़ाकर 5500 रुपये प्रति बोरा कर दिया गया है। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने अगले पांच वर्षों तक गरीब परिवारों को नि:शुल्क राशन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में आवासहीन परिवारों के लिए 18 लाख प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए गए हैं। अगले वित्तीय वर्ष में 4 लाख नए आवासों के लिए केंद्र सरकार ने सहमति दी है। आय सीमा और भूमि पात्रता को बढ़ाकर और अधिक परिवारों को इस योजना में शामिल किया गया है।
महोत्सव में सांस्कृतिक और साहसिक गतिविधियां
महोत्सव के दौरान लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों, पतंगबाजी और पैरासेलिंग का आयोजन किया गया। किसान संगोष्ठी और पंच-सरपंच सम्मेलन भी कार्यक्रम का हिस्सा रहे।
उपस्थित जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक
कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, सामरी विधायक श्रीमती उद्धेश्वकरी पैकरा, प्रतापपुर विधायक श्रीमती शकुंतला पोर्ते, सरगुजा विधायक श्री राजेश अग्रवाल, और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत” के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए “विकसित छत्तीसगढ़” के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।