राजनांदगांव जिले की चालीसवीं वर्षगांठ में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर, 29 जनवरी 2013/ मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह कल देर रात राजनांदगांव जिले की स्थापना के 40 वर्ष पूर्ण होने पर वहां आयोजित समारोह में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा प्रकाशित स्मारिका ‘विकास का सफर’ का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने समारोह में जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, सांसदों, विधायकों, पूर्व सांसदों और विधायकों सहित पद्मश्री सम्मान प्राप्त नागरिकों को भी सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारे इन सभी विशिष्टजनों के साथ-साथ सम्पूर्ण जिले की आम जनता का भी सम्मान है। जिले के निर्माण और विकास में हमारे तत्कालीन और वर्तमान जनप्रतिनिधियों सहित सभी आम नागरिकों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
स्थानीय नगरपालिका स्कूल परिसर में आयोजित समारोह में विशाल जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनांदगांव छत्तीसगढ़ की संस्कारधानी है। इस जिले ने देखते ही देखते अपनी स्थापना के 40 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। वैसे तो यह जिला प्रारंभ से ही साहित्य, कला-संस्कृति, खेल, विशेष रूप से हाॅकी तथा जीवन के हर क्षेत्र में अग्रणी जिले के रूप में पहचाना जाता है, लेकिन अपनी चार दशकों की इस विकास यात्रा में इस जिले ने छत्तीसगढ़ के तेजी से विकसित होते जिले के रूप में अपनी विशेष पहचान बनायी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले के निर्माण और विकास में यहां के अनेक त्यागी और तपस्वी तथा कर्मठ जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और लाखों सेवाभावी नागरिकों सहित मेहनतकश किसानों और श्रमिकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। डाॅ. रमन सिंह ने राजनांदगांव जिले के निर्माण में पंडित किशोरीलाल शुक्ला, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी और डाॅ. बलदेव प्रसाद मिश्र जैसी विभूतियों के योगदान को भी विशेष रूप से याद किया। डाॅ. सिंह ने इस मौके पर कहा कि इस जिले की जनता वीरता, शौर्य और शहादत का भी सम्मान करना जानती है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने नक्सल हिंसा का मुकाबला करते हुए शहीद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक श्री विनोद चैबे और उनके साथी जवानों की शहादत को भी याद किया। मुख्यमंत्री ने समारोह में श्री सी.एल. जैन ‘सोना’ द्वारा प्रकाशित स्थानीय सांध्य दैनिक ‘अमर छत्तीसगढ़’ का भी विमोचन किया। डाॅ. रमन सिंह ने समारोह में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों सर्वश्री कन्हैयालाल अग्रवाल, दामोदर टावरी और देवीप्रसाद आर्य, द्वितीय विश्व युद्ध के सैनिक श्री अनवर हुसैन और भारत सरकार के पद्मश्री अलंकरण से सम्मानित डाॅ. पुखराज बाफना, गोविन्द राम निर्मलकर, श्रीमती फूलबासन यादव और भारती बन्धुओं को मंच पर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने समारोह में जिन पूर्व और वर्तमान सांसदों को सम्मानित किया, उनमें सर्वश्री अशोक शर्मा, देवव्रत सिंह, प्रदीप गांधी तथा मोतीलाल वोरा सहित सांसद श्री मधुसूदन यादव भी शामिल हैं। श्री मोतीलाल वोरा की ओर से उनका सम्मान श्री राजेन्द्र व्यास ने ग्रहण किया। आयोजकों ने मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह को भी सम्मानित किया। मुख्य अतिथि की आसंदी से डाॅ. रमन सिंह ने जिले के पूर्व विधायकों सर्वश्री प्रकाश यादव, बलराम सिंह बैस, गोवर्धन नेताम, डाॅ. विनायक मेश्राम, धनेश पाटिला, इमरान मेमन, लीलाराम भोजवानी, रजिन्दर पाल सिंह भाटिया, जे.पी.एल. फ्रांसिस, उदय मुदलियार, संजीव शाह और विनोद खाण्डेकर के साथ पूर्व विधायक स्वर्गीय श्री किशोरी लाल शुक्ल के सुपुत्र और जिले के वर्तमान विधायकों सर्वश्री कोमल जंघेल, शिवराज सिंह उसारे, भोलाराम साहू, रामजी भारती और खेदूराम साहू तथा वर्तमान में जिला कबीरधाम (कवर्धा) के विधायक डाॅ. सियाराम साहू को भी आयोजकों की ओर से शाॅल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।