सक्षम योजना : राज्य की 284 महिलाओं को स्वरोजगार
राज्य सरकार के महिला और बाल विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ में संचालित सक्षम योजना के तहत माह अक्टूबर 2011 तक प्रदेश की 284 महिलाओं को विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के लिए करीब एक करोड़ 62 लाख रूपए के ऋण प्रदान किए गए। उल्लेखनीय है कि योजना के तहत राज्य की विधवा, परित्यक्ता और 35 से 45 आयु वर्ग की अविवाहित महिलाओं को स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए आसान शर्तों पर एक लाख रूपए तक का ऋण प्रदान किया जाता है।
महिला और बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ महिला कोष के अंतर्गत वर्ष 2009-10 में सक्षम योजना शुरू की गई। योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष 2011-12 में अक्टूबर तक की स्थिति में 284 महिलाओं को स्वरोजगार के लिए एक करोड़ 62 लाख पांच हजार रूपए का ऋण प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि योजना के तहत दक्षिण बस्तर (दंतेवाड़ा ) जिले की सर्वाधिक 41 महिलाओं को ऋण दिए गए। इसी प्रकार कबीरधाम जिले की 15 महिलाओं, कोरबा जिले की 10 महिलाओं, राजनांदगांव जिले की 14 महिलाओं और कोरिया जिले की 20 महिलाओं को योजना के तहत लाभान्वित किया गया है।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि धमतरी जिले की 22 महिलाओं, उत्तर बस्तर (कांकेर) जिले की 23 महिलाओं, रायगढ़ जिले की 24 महिलाओं, बिलासपुर जिले की 19 महिलाओं, महासमुंद जिले की 17 महिलाओं, बस्तर जिले की 15 महिलाओं, दुर्ग जिले की 13 महिलाओं, रायपुर जिले की 12 महिलाओं, जांजगीर-चाम्पा जिले की आठ महिलाओं, सरगुजा जिले की 13 महिलाओं, बीजापुर जिले की छह महिलाओं और जशपुर जिले की 12 महिलाओं को योजना के तहत ऋण प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि योजना के तहत ऋण प्राप्त कर हितग्राही महिलाएं राशन दुकान, सिलाई दुकान, ब्यूटी पार्लर, पशुपालन, सब्जी उत्पादन, आइसक्रीम पार्लर, होटल व्यवसाय, फैंशी स्टोर्स जैसे आमदानी मूलक व्यवसायों से जुड़कर आत्मनिर्भर और सक्षम बनती जा रही हैं।