अधिकारियों की लापरवाही से सरकारी तीर्थयात्रा में गुमी 70 वर्षीय वृद्धा
पिथौरा, 20 मई/ विकासखण्ड के ग्राम भजपुरी की 70 वर्षीय आदिवासी वृद्धा को तीर्थयात्रा के दौरान कही छोड़ दिया गया। अब इस वृद्धा के परिजन परेशान है। वही दूसरी ओर घटना के जिम्मेदार पिथौरा जनपद अधिकारी ने इस सम्बंध में किसी जानकारी से इनकार किया है। ज्ञात हो कि इस तीर्थयात्रा में वृद्धजनों के साथ एक भी वालिंटियर नही भेजा गया था। जिसकी वजह से उम्रदराज वृद्धजन अकेले ही तीर्थ स्थलों पर भटकते रहे।
विगत 17 अप्रेल को मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना में वृद्धों को यात्रा करने एक बस महासमुंद के लिए रवाना की गई थी। इस बस में बिजेमाल ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम भजपुरी की वृद्धा गोलथी बाई पिता बैसाखू भी शामिल थी। तीर्थ यात्रा के लिए क्षेत्र के कम से कम दो वालिंटियर वृद्धों की देखरेख हेतु भेजे जाते है। परन्तु इस यात्रा में पिथोरा जनपद द्वारा एक भी वालिंटियर नही भेजा गया। बल्कि वृद्धों को उनके हाल पर ही हजारो किलोमीटर की तीर्थ यात्रा पर भेज दिया गया।
जनपद पंचायत की इस घोर लापरवाही का अंजाम यह हुआ कि एक निर्धन अदिवासी ग्रामीण वृद्धा किसी स्थल पर भटक गईं। वालिंटियर नही होने के कारण उसकी उपस्थिति की परवाह किये बगैर ही तीर्थ यात्री अपने निर्धारित समय मे वापस आ गए। यात्रियों की वापसी के बाद भी गोलथी जब घर नही पहुची तब परिजनों ने इसकी शिकायत जनपद से की। परन्तु जनपद के अधिकारी इस मामले की जांच की बजाय इसे मीडिया से दूर रखने में ज्यादा दिलचस्पी दिकहा रहे है।
घटना के बाद पत्रकार राजिन्दर खनुजा ने स्थानीय जनपद के सीईओ आर के वर्मा से घटना की जानकारी लेनी चाही परन्तु उन्होंने इस घटना की किसी भी तरह की उन्हें जानकारी होने से साफ इंकार करते हुए पंचायत निरीक्षक से बात करने की सलाह दे दी। वही पंचायत निरीक्षक के छुट्टी में होने की जानकारी मिली और उसका मोबाइल भी बन्द मिला।
इधर सूत्रों के अनुसार अपनी लापरवाही छिपाने स्थनीय जनपद अधिकारी द्वारा सांकरा पुलिस के सहयोग से वृद्धा की तलाश में सांकरा पुलिस का एक आरक्षक, वृद्धा के एक रिश्तेदार सहित स्थानीय जनपद के करारोपण अधिकारी कली राम ठाकुर को वृद्धा की तलाश हेतु भेज दिया गया है। परन्तु स्वयं को दोषमुक्त बताने की गरज से स्थनीय सीईओ पूरे मामले को दबाने एवं अपने अधीन किसी कर्मी या अधिकरी को इस मामले में दोषी सिद्ध करने के प्रयास में जुटा दिखाई देता है।
सरकारी तीर्थयात्रा में गयी गोलथी बाई के आज एक माह बाद भी नही लौटने से ग्राम भजपुरी के ग्रामिणो में शासन प्रशासन के विरुद्ध खासा आक्रोश है। ग्रामिणो का आरोप है कि गुम हुई गोलथी को जनपद अधिकारियों के भरोसे तीर्थ यात्रा पर भेजा गया था।अब उसके घर ना लौटने पर उसके ही नाती को ही तिरुपति में उसे ढूंढने लगा दिया गया है।
एक ओर ग्राम भजपुरी के ग्रामीण ग्राम की एक बुजुर्ग के भटक जाने से एवं वृद्ध की तलाश में उसके नाती को भी सप्ताह भर से घुमाने से परेशान है। वही स्थानीय जनपद अधिकारी को ग्रामिणो की परेशानी से कोई वास्ता ही नही है। वे अपने मोबाइल को अब भी अटेंन नही करते और ना ही कार्यालय में अपने कक्ष में जाते है।
गुमशुदा वृद्धा का नाती लखेश्वर अभी भी तिरुपति की खाक छान रहा है। लखेश्वर ने अपने मोबाइल न्म्बर 6560200133 पर ग्रामिणो से बात की ओर बताया कि यहां हजारो की भीड़ में दादी को तलाशना सम्भव नही है ।लिहाजा वे अब मदुरै जा कर दादी की तलाश करेंगे। ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि आगामी 26 मई को विकासयात्रा में मुख्यमन्त्री के प्रवास के दौरान जनपद के अफसरों की लापरवाही की शिकायत कर ग्राम की वृद्धा को शासन स्तर पर तलाशने की गुहार लगाएंगे।
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