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18 दिसंबर जयंती होने के बावजूद शुष्क दिवस पर जमकर बिकी अवैध शराब

अर्जुनी। सतनाम धर्म के प्रवर्तक एवं संस्थापक शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा की जयंती के अवसर पर 18 दिसंबर को घोषित शुष्क दिवस भी अर्जुनी अंचल में अवैध शराब कारोबारियों के लिए कमाई का जरिया बन गया। प्रतिबंध के बावजूद अर्जुनी सहित आसपास के क्षेत्रों में खुलेआम अवैध शराब की बिक्री होने की शिकायतें सामने आई हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार अर्जुनी क्षेत्र लंबे समय से अवैध शराब का गढ़ बना हुआ है। स्थिति यह रही कि रवान, टोनाटार, तिग्गड़ा, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी और एफसीआई परिसर के आसपास कई स्थानों पर शराब बेचने और खरीदने वालों को खुलेआम देखा गया। शुष्क दिवस के बावजूद अवैध शराब की जमकर बिक्री हुई।

शराब प्रेमियों का कहना है कि प्रतिबंध का फायदा उठाते हुए अवैध कारोबारी सामान्य दर से कहीं अधिक कीमत पर शराब बेचते नजर आए। बताया गया कि इस दिन शराब की कीमत 200 से 300 रुपये तक वसूली गई, फिर भी मांग में कोई कमी नहीं दिखी।

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इस पूरे घटनाक्रम से सतनाम समाज के लोगों में खासा आक्रोश है। समाज के सदस्यों ने आबकारी विभाग और प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि गुरु घासीदास बाबा की जयंती जैसे पावन अवसर पर भी नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

लोगों का आरोप है कि विभागीय लापरवाही और प्रभावी कार्रवाई के अभाव में शराब की पहले से जमाखोरी कर ली जाती है और फिर शुष्क दिवस पर ऊंचे दामों में बिक्री की जाती है। अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई न होना न केवल आबकारी नीति को कमजोर करता है, बल्कि भविष्य में ऐसे अवैध कारोबार को और बढ़ावा देता है।

स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि अवैध शराब बिक्री पर सख्त कार्रवाई की जाए और शुष्क दिवस जैसे अवसरों पर प्रभावी निगरानी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि कानून का सम्मान बना रहे और सामाजिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे।

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रुपेश वर्मा, अर्जुनी