futuredछत्तीसगढ

बस्तर ओलम्पिक 2025 का भव्य शुभारंभ, मुख्यमंत्री ने युवाओं में भरी ऊर्जा—अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं के लिए करोड़ों की सम्मान राशि

रायपुर, 11 दिसंबर 2025। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि आपका मुख्यमंत्री आपके समाज के बीच का है, आपका भाई है। आप आगे बढ़ें, सरकार हर कदम पर आपके साथ है। वे आज बस्तर ओलम्पिक 2025 की संभाग स्तरीय प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर जगदलपुर के इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने विधिवत बस्तर ओलम्पिक का शुभारंभ किया और बस्तर संभाग के खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में संभाग के सातों जिलों के खिलाड़ियों ने आकर्षक मार्चपास्ट प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बस्तर के गांव-गांव तक विकास की धारा पहुंचाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसके परिणामस्वरूप बस्तर शांति, समरसता और समृद्धि की ओर तेजी से बढ़ रहा है और प्रदेश तथा देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

उन्होंने कहा कि बस्तर के युवाओं ने बड़ी संख्या में इस आयोजन में भाग लेकर इसे सफल और ऐतिहासिक बनाया है। विशेष रूप से नुवा बाट के प्रतिभागियों की उपस्थिति ने आयोजन को नया आयाम दिया है। बड़ी संख्या में बेटियों की भागीदारी यह दर्शाती है कि महिला सशक्तिकरण बस्तर में नई दिशा ले रहा है।

See also  जिन्होंने मृत्यु को चुन लिया, पर धर्म नहीं छोड़ा: वीर बाल दिवस

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य बस्तर के युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़कर विकास में सहभागी बनाना है। यही कारण है कि युवा लोकतंत्र में आस्था और विश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर ओलम्पिक के विजेता भविष्य में युवाओं के लिए रोल मॉडल बनेंगे और सरकार उन्हें उत्कृष्ट प्रशिक्षण एवं अवसर प्रदान कर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करेगी। उन्होंने घोषणा की कि अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर लौटने वाले खिलाड़ियों को क्रमशः तीन करोड़, दो करोड़ और एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बस्तर ओलम्पिक सिर्फ खेल आयोजन नहीं, बल्कि युवाओं को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि बस्तर में खेल अधोसंरचना को और मजबूत किया जाएगा, जिससे खिलाड़ियों को बेहतर मंच मिल सके। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि खेल जितना जीतना सिखाता है, उतना ही हार से सीखकर आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देता है।

See also  सांसद खेल महोत्सव का भव्य समापन: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बोले—फिट युवा ही विकसित भारत की नींव

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बस्तर ओलम्पिक युवाओं को प्रोत्साहित करने का सकारात्मक प्रयास है। सरकार बस्तर के अंदरूनी इलाकों के युवाओं को अधिक अवसर देकर उन्हें आगे लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप और अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता पद्मश्री एम. सी. मेरी कॉम ने भी उपस्थित होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।

खेल एवं युवा कल्याण विभाग की संचालक तनुजा सलाम ने स्वागत उद्बोधन में बताया कि प्रतियोगिता में बीजापुर, दंतेवाड़ा, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर और नुवा बाट के लगभग 3,500 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पंजीकृत प्रतिभागियों की संख्या 3,92,000 से अधिक है, जिनमें 2,27,000 से अधिक महिलाएं शामिल हैं। यह बस्तर में सकारात्मक परिवर्तन का संकेत है।

कार्यक्रम की शुरुआत खिलाड़ियों द्वारा मशाल प्रज्ज्वलन और आतिशबाजी से हुई। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों में माता रूकमणी कन्या आश्रम और अन्य विद्यालयों की छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर विधायक विनायक गोयल, विधायक चैतराम अटामी, राष्ट्रीय खिलाड़ी किरण पिस्दा, खुशबू नाग, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, जिलों के नोडल अधिकारी, खेल अधिकारी, प्रशिक्षक एवं बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।

See also  महामना पंडित मदनमोहन मालवीय: राष्ट्र, संस्कृति और शिक्षा के महान साधक

आज हुए भव्य उद्घाटन समारोह में बस्तर ओलम्पिक की मशाल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, मंत्रीगण और मेरी कॉम द्वारा प्रज्ज्वलित की गई। इसके बाद मशाल सुकमा के प्रतिभाशाली खिलाड़ी विजय डोडी और नारायणपुर के ओरछा क्षेत्र की सलोनी कवाची को सौंपी गई। विजय डोडी (कबड्डी) और सलोनी कवाची (खो-खो) ने उत्साह के साथ ग्राउंड की परिक्रमा की और मशाल को मुख्य प्रज्वलन स्थल तक पहुंचाया। यह क्षण विशेष रूप से सुकमा और नारायणपुर जिलों के लिए भावपूर्ण रहा, क्योंकि माओवाद-प्रभावित क्षेत्रों के खिलाड़ी पूरे आत्मविश्वास के साथ हजारों दर्शकों के बीच दौड़ रहे थे।

संभागभर से आए खिलाड़ियों और दर्शकों ने इस ऐतिहासिक पल को उत्साहपूर्वक मनाया। बस्तर ओलम्पिक का यह भव्य शुभारंभ इस बात का प्रमाण है कि बस्तर की धरती में असीम खेल प्रतिभाएं विद्यमान हैं और राज्य सरकार एवं प्रशासन मिलकर इन प्रतिभाओं को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं।