लालू परिवार में उथल-पुथल: बेटी-बीटों की खींचतान बनी RJD के लिए चिंता का विषय
बिहार में RJD की हालिया हार के बाद लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रही अंदरूनी खींचतान राजनीतिक सुर्खियों में छा गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और परिवार के मुखिया लालू प्रसाद ने इसे एक “पारिवारिक मामला” बताया और कहा कि यह परिवार के भीतर सुलझ जाएगा। उन्होंने कहा, “मैं इसको संभालने के लिए मौजूद हूं।”
लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य, 46, और छोटे बेटे तेजस्वी यादव, 36, के बीच मतभेद सुर्खियों में हैं। हालांकि, परिवार के अन्य सदस्य भी इसमें शामिल हो चुके हैं। रोहिणी के समर्थन में उनकी तीन बहनें और एक भाई तेज प्रताप यादव हैं, जबकि लालू की सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती तेजस्वी यादव के साथ दिख रही हैं।
इस साल की विधानसभा चुनाव में RJD नेतृत्व वाली महागठबंधन को केवल 35 सीटें मिलीं, जबकि प्रतिद्वंद्वी NDA ने 202 सीटें जीत लीं। RJD खुद 25 सीटों तक सीमित रही, जो 2020 में 75 थी। सोमवार को तेजस्वी यादव को विधायी दल का नेता चुना गया, और लालू ने पार्टी नेताओं से कहा कि वे पार्टी पर ध्यान दें।
मीसा भारती ने किया फोकस बदलने का आह्वान
पटलिपुत्र सांसद मीसा भारती ने पत्रकारों से कहा कि पार्टी को परिवारिक मामलों की बजाय NDA के वादों जैसे 1 करोड़ नौकरियों, जीविका दीदी को ₹2 लाख सहायता और बिहार में औद्योगिक विकास पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने रोहिणी के परिवारिक संपत्ति को लेकर उठ रहे आरोपों को भी खारिज किया।
रोहिणी आचार्य का विरोध
रोहिणी ने तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव को चुनाव यात्रा के दौरान अपनी जगह से हटाने की मांग की थी। RJD की हार के बाद उन्होंने तेजस्वी और उनके सहयोगी रमीज नेमत खान पर निशाना साधा और राजनीति छोड़ने और परिवार से अलग होने की घोषणा की। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों ने उन्हें “अवमानित” किया और यह भी कहा कि उन्होंने अपने पिता को “गंदी किडनी” दी, जो कि 2022 में उनका डोनेट किया गया किडनी प्रतिरोपण था।
सोमवार को RJD कार्यकर्ताओं ने बैठक स्थल पर प्रदर्शन किया और संजय यादव पर पार्टी के आंतरिक कामकाज को प्रभावित करने का आरोप लगाया। रोहिणी और उनकी बहनें चंदा यादव, रागिनी यादव और हेमा यादव पिछले सप्ताह पटना स्थित परिवार के घर से चली गईं।
परिवार के अन्य सदस्यों की प्रतिक्रिया
लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव, जिन्हें अगस्त में RJD से निष्कासित किया गया था, ने तेजस्वी पर निशाना साधा और कहा, “रोहिणी का अपमान हमारी विरासत को बर्बाद करेगा।” उनका कहना है कि लालू के भतीजे और अन्य सहयोगी परिवार के प्रति निष्ठावान नहीं हैं। लालू के जेठ सधु यादव ने भी तेजस्वी की “अहंकारपूर्ण शैली” पर हमला किया और रोहिणी के साथ अन्याय होने की बात कही।
राजनीतिक नतीजे
लालू प्रसाद की स्वास्थ्य स्थिति और परिवार में चल रही खींचतान RJD के लिए गंभीर चुनौती बन सकती है, खासकर जब मुस्लिम-यादव वोट बैंक में पहले ही दरारें नजर आ रही हैं। बीजेपी नेता दिलीप जयस्वाल ने इस विवाद का लाभ उठाते हुए इसे लालू की “पितृसत्तात्मक मानसिकता” का प्रमाण बताया।

