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अर्जुनी में भारत माता सेवा ट्रस्ट का हरित संकल्प: ग्रामीणों के सहयोग से रोज़ 700 पौधे रोपित

अर्जुनी, रायपुर। भारत माता सेवा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम अर्जुनी के प्रकृति प्रेमियों ने पर्यावरण संरक्षण का ऐसा अभियान प्रारंभ किया है, जो जनसहयोग और समर्पण का प्रेरक उदाहरण बन गया है। जहां एक ओर सरकारी योजनाओं में वृक्षारोपण के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च होकर भी धरातल पर परिणाम नहीं दिखते, वहीं अर्जुनी के ग्रामीणों ने अपने श्रम, समय और संकल्प से एक नया आयाम स्थापित किया है।

भारत माता सेवा ट्रस्ट ने सामाजिक, प्राकृतिक और चारित्रिक उत्थान के उद्देश्य से “नर सेवा ही नारायण सेवा” के भाव को चरितार्थ करते हुए हर स्तर पर सक्रियता दिखाई है। ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने नवातलाब स्थित खाली पड़ी भूमि पर प्रतिदिन लगभग 600 से 700 पौधे स्वयं के समयदान से रोपित किए हैं। पौधों की सुरक्षा के लिए तारफेंसिंग की व्यवस्था भी की गई है, जिससे इस हरित अभियान को स्थायी स्वरूप मिल सके।

इस पुनीत कार्य में ग्रामवासियों और युवाओं का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। कोई अपने श्रम से मदद कर रहा है, तो कोई सामग्री से योगदान दे रहा है। व्यवसायी शैलेश जैन ने ट्रस्ट को गार्डन पाइप प्रदान किया, वहीं शासकीय कृषि केंद्र के अधिकारियों ने पौधों की सुरक्षा हेतु बांस उपलब्ध कराया।

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इस हरित पहल में डमरूधर वर्मा, प्रमोद कुमार जैन, शंकर लाल रजक, चिंतामणि साहू, संतोष वर्मा, मोहन लाल वर्मा, श्रवण निषाद, फुलसिंग साहू और संजय रजक की उल्लेखनीय भूमिका रही।

भारत माता सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं शिक्षाविद टेसुलाल धुरंधर ने सभी सहयोगकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “यह प्रयास केवल वृक्षारोपण नहीं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए जीवनदायिनी संपदा का निर्माण है।”

अर्जुनी का यह जनसहयोगी अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है, बल्कि यह भी दिखा रहा है कि सामूहिक संकल्प से बिना सरकारी संसाधनों के भी प्रकृति की सेवा की जा सकती है।