आंवला नवमी पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने की आंवला वृक्ष की पूजा, प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की
आंवला नवमी के पावन पर्व पर आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय के साथ मुख्यमंत्री निवास में विधि-विधानपूर्वक आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के सभी नागरिकों के सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की मंगलकामना की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारतीय संस्कृति में आंवला वृक्ष का विशेष धार्मिक और औषधीय महत्व है। इसे दिव्यता और आरोग्य का प्रतीक माना गया है। उन्होंने कहा कि आंवला नवमी, जिसे अक्षय नवमी के नाम से भी जाना जाता है, समृद्धि, स्वास्थ्य और सकारात्मकता का संदेश देने वाला पर्व है।
उन्होंने बताया कि परंपरा के अनुसार आंवला वृक्ष के नीचे भोजन करने और उसके फल का सेवन करने से मानसिक शांति, दीर्घायु और रोगमुक्त जीवन प्राप्त होता है। यह पर्व प्रकृति के प्रति हमारी कृतज्ञता व्यक्त करने का माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील की कि वे प्राकृतिक और औषधीय पौधों के संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाएँ। उन्होंने कहा, “प्रकृति हमारी संस्कृति की आत्मा है। वृक्ष केवल पर्यावरण का आधार नहीं, बल्कि हमारे जीवन के पोषक हैं। वृक्षों की पूजा के साथ उनका संरक्षण करना भी हमारा नैतिक दायित्व है।”
उन्होंने आगे कहा कि इस अवसर पर हर नागरिक को पर्यावरण संरक्षण और हरियाली के प्रति अपना योगदान देना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियाँ एक स्वच्छ, स्वस्थ और संतुलित प्रकृति का अनुभव कर सकें।


 
							 
							