ग्राम बाघमार में होगा 5 से 7 दिसंबर तीन दिवसीय कंगला मांझी महोत्सव, चयनित विभूतियों को किया जाएगा सम्मानित
भिलाई नगर, 18 अक्टूबर 2025/ परंपरा के अनुसार इस वर्ष भी तीन दिवसीय कंगला मांझी महोत्सव 5 से 7 दिसंबर 2025 तक बालोद जिले के ग्राम बाघमार में आयोजित किया जाएगा। हीरासिंह देव उर्फ कंगला मांझी की स्मृति में प्रति वर्ष आयोजित होने वाला यह महोत्सव अब राष्ट्रीय पहचान प्राप्त कर चुका है।
सम्मान समिति की अध्यक्ष राजमाता श्रीमती फुलवा देवी कांगे, कुंभदेव कांगे, बी.एल. ध्रुव, बी.एल. ठाकुर तथा समारोह के संयोजक साहित्यकार डाॅ. परदेशीराम वर्मा ने सर्वसम्मति से इस वर्ष के सम्मान हेतु सुपात्र विभूतियों का चयन किया।
छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों की महान विभूतियों के नाम पर दिए जाने वाले सम्मानों की सूची इस प्रकार है —
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कंगला मांझी सम्मान: श्री जी.आर. चुरेन्द्र, पूर्व कमिश्नर (सरगुजा, बस्तर एवं रायपुर), जिन्होंने अपने जीवनकाल में सोलह हजार जोड़ों का विवाह संपन्न करवाया।
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अमर शहीद दुर्वाशा लाल निषाद सम्मान: राजहरा निवासी साहित्यकार, समाजसेविका एवं शिक्षाविद डाॅ. शिरोमणि माथुर।
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दुलारसिंह मंदराजी सम्मान: लिमतरा निवासी, लोकमया के अध्यक्ष महेश वर्मा।
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देवदास बंजारे सम्मान: कंडरका निवासी, लोकधारा के अध्यक्ष राजेन्द्र साहू।
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नारायण चंद्राकर सम्मान: गंगा साहू।
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लतीफ घोघी सम्मान: प्रसिद्ध साहित्यकार एवं शिक्षाविद महेन्द्र बघेल, जिनकी कृति “झन्नटा तुंहर दुवार” छत्तीसगढ़ी व्यंग्य साहित्य में चर्चित है।
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डाॅ. नरेन्द्र वर्मा स्मृति सम्मान: नवापारा निवासी साहित्यकार एवं चिंतक दिनेश चौहान।
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संत कवि पवन दीवान स्मृति सम्मान: उनके शिष्य स्वामी चित्रानंद।
महोत्सव के दौरान 5 दिसंबर को मांझी सैनिक मूर्ति स्थापना समारोह तथा 6 दिसंबर को अगासदिया सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। दोनों दिनों में प्रसिद्ध कला दलों एवं आदिवासी कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होंगी। देश के विभिन्न प्रांतों से आने वाले मांझी सैनिकों की उपस्थिति में यह आयोजन रंगारंग वातावरण में सम्पन्न होगा।

