गुरू गोविन्द सिंह ने जनता में जगाया स्वाभिमान
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि सिखों के दसवें गुरू और खालसा पंथ के संस्थापक गुरू गोविन्द सिंह एक महान देश भक्त थे, जिन्होंने तत्कालीन समय में हर प्रकार के अन्याय और अत्याचार के खिलाफ जनता को संगठित कर कठिन संघर्ष किया। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश और समाज की रक्षा के लिए समर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री ने आज सवेरे यहां पंडरी स्थित गुरूद्वारे में गुरू गोविन्द सिंह जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में इस आशय के विचार व्यक्त किए। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि गुरू गोविन्द सिंह ने अपने अनमोल विचारों के माध्यम से जहां देश और समाज को एक सूत्र में जोड़ने और लोगों की नयी दिशा देने और जनता में स्वाभिमान जाग्रत करने का ऐतिहासिक कार्य किया, वहीं उन्होंने दुनिया को मानवता का भी मार्ग दिखाया।
डॉ. रमन सिंह ने सभी लोगों को गुरू गोविन्द सिंह जी की जयंती के अवसर पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। डॉ. सिंह ने गुरूद्वारे में मत्था टेका और छत्तीसगढ़ सहित देश और दुनिया में लोगों के लिए सुख-समृध्दि, शांति और खुशहाली की कामना की। डॉ. सिंह वहां अरदास में भी शामिल हुए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य श्री दिलीप सिंह होरा और विधायक श्री कुलदीप जुनेजा सहित बड़ी संख्या में सिख समाज के प्रतिनिधि और स्थानीय नागरिक उपस्थित थे। गुरूद्वारा कमेटी के अध्यक्ष श्री परविन्दर सिंह भाटिया सहित सभी पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया और उन्हें सरोपा भेंट कर सम्मानित किया।