futuredखबर राज्यों से

छत्तीसगढ़ का लक्ष्य 5 लाख घरों पर सौर पैनल, बिजली उत्पादन क्षमता पहुँची 30 हजार मेगावाट

रायपुर, 11 सितंबर 2025। छत्तीसगढ़ बिजली उत्पादन के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत मार्च 2027 तक राज्य में 1 लाख 30 हजार घरों की छतों पर सौर पैनल लगाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नवा रायपुर में आयोजित 97वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस फोरम ऑफ रेगुलेटर्स को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का प्रयास इस लक्ष्य को बढ़ाकर 5 लाख घरों तक पहुँचाने का है।

उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत उपभोक्ताओं को बड़ी सब्सिडी दी जा रही है। 1 किलोवॉट से 3 किलोवॉट क्षमता तक के सोलर संयंत्र लगाने पर 30 हजार से 78 हजार रुपये तक की केंद्रीय सहायता सीधे बैंक खाते में भेजी जा रही है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार भी अतिरिक्त सब्सिडी उपलब्ध करा रही है, जिससे उपभोक्ताओं को कुल लागत का लगभग 75 प्रतिशत सब्सिडी मिल रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपने स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहा है और इस दौरान बिजली उत्पादन क्षमता करीब 30,000 मेगावाट तक पहुँच गई है। स्टेट सेक्टर, निजी क्षेत्र और केंद्रीय सेक्टर की भागीदारी से प्रदेश में 30 हजार मेगावाट से अधिक बिजली का उत्पादन हो रहा है। हाल ही में 32 हजार मेगावाट से अधिक क्षमता वाले बिजलीघरों की स्थापना के लिए एमओयू किए गए हैं, जिनमें ताप विद्युत, पंप स्टोरेज, परमाणु, बैटरी स्टोरेज और सौर ऊर्जा परियोजनाएँ शामिल हैं। लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ 60 हजार मेगावाट से अधिक बिजली उत्पादन करने वाला राज्य बने।

See also  मुख्य सचिव विकास शील ने जनजातीय विद्रोहों पर आधारित संग्रहालय निर्माण स्थल पर पहुंचकर ली तैयारियों की समीक्षा

उन्होंने बताया कि प्रति व्यक्ति बिजली खपत के मामले में छत्तीसगढ़ देश से काफी आगे है। यहाँ खपत 2,211 यूनिट है, जबकि राष्ट्रीय औसत केवल 1,255 यूनिट है। राज्य अपनी आवश्यकता से अधिक बिजली का उत्पादन कर देश के विकास में योगदान दे रहा है और पड़ोसी राज्यों को भी बिजली उपलब्ध करा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में कैबिनेट ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए 2030 तक लागू रहने वाली नीति में संशोधन को मंजूरी दी है। इसके तहत नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को औद्योगिक नीति में प्राथमिकता दी गई है।

उन्होंने विभिन्न राज्यों से आए विद्युत नियामक आयोगों के अध्यक्षों, पदाधिकारियों और विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया और कहा कि सम्मेलन में हुए गहन विचार-विमर्श से उपभोक्ताओं सहित सभी को दूरगामी लाभ मिलेगा।

इस अवसर पर केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष जिश्नु बरुआ, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष हेमंत वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, ऊर्जा विभाग के सचिव रोहित यादव सहित अन्य सदस्य एवं विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

See also  मुख्यमंत्री के निर्देशों पर त्वरित अमल सुनिश्चित करें: मुख्य सचिव विकास शील